कोटद्वार । पहाड़ों की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली जीएमओयू कंपनी की वार्षिक बैठक बुधवार को कंपनी के कार्यालय में आयोजित की गई जिसमें कई वाहन स्वामियों ने बैठक को निराधार बताते हुए हंगामा काटा । बैठक में शामिल कई वाहन स्वामियों ने कंपनी के पदाधिकारीयों पर कंपनी की संपत्ति बेचने का आरोप भी लगाया । कई वाहन स्वामी कंपनी के चुनाव को लेकर न्यायालय में पहुंचे । जहां से न्यायालय ने 4 अक्टूबर को प्रतिवादियों को कोर्ट में पेश होने का नोटिस तामील करवाया गया किंतु इसके बावजूद भी अपनी मनमानी करते हुए निर्विरोध निर्वाचन की पुष्टि किए बिना ही निर्विरोध प्रतियाशियों की घोषणा कर दी गई जबकि बैठक में इस निर्विरोध चुनाव प्रणाली का सभी सदस्यों के द्वारा घोर आपत्ति दर्ज करवाई गई थी । वाहन स्वामी ताजवर खत्री एवं सुरेन्द्र रावत ने सभा में यह मांग उठाई थी कि पूर्व की भांति बिल्डिंग फंड धारक सदस्यों द्वारा ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर निदेशकों का चुनाव सम्पन्न करवाया जाएं जिसका कि आम बैठक में प्रस्ताव पारित कर समर्थन किया गया था लेकिन वर्तमान में कम्पनी के चेयरमैन ने निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा बिना पुष्टि के जबरन करवाई गई जोकि घोर तानाशाही का उदाहरण इस आम बैठक में प्रस्तुत किया गया । कम्पनी के सभी सदस्यों ने इस पर अपनी घोर नाराजगी व्यक्त की है ।