राज्य गौ सेवा आयोग उत्तराखंड की बोर्ड बैठक देहरादून में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉक्टर राजेंद्र अंथवाल द्वारा की गई। बैठक में पशुपालन विभाग के सचिव डॉक्टर बी वी आर पुरुषोत्तम ने गोवंश के संवर्धन के लिए सरकार द्वारा तय की गई नीतियों के बारे में गौ सेवा आयोग को अवगत कराया। बैठक में आए गौ सेवा आयोग के सदस्यों के द्वारा विभिन्न समस्याओं को उठाया गया। इसके समाधान को लेकर सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर पंडित राजेंद्र अंथवाल ने सभी विभागों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि इन समस्याओं का निराकरण जल्द किया जाए। जनपद और थाना स्तर पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।गोशालाओं में विभिन्न मदों में व्यय वित्तीय वर्ष के अंतर्गत आय की स्थिति स्पष्ट की गई। खाली पड़ी भूमि को वन विभाग के सहयोग से चारागाह विकसित किये जाय,पशुपालन विभाग के सहयोग से नर्सरी की स्थापना के संबंध में चर्चा हुई। राज्य में गौ अपराध पर प्रभावी रोक लगाने के लिए गोवंश संरक्षण दल के जरिए जनपदों और थाना स्तर पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। सड़कों पर छोड़े जाने वाले वंश के पशु स्वामी के खिलाफ पुलिस, नगर निकाय संयुक्त रूप से पालन विभाग के सहयोग से पहचान कर चालान की कार्रवाई करेंगे। शहरी विकास विभाग शहरी क्षेत्र में और पंचायती राज विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में नए गोशालाओं एवं गोसदनों की बजट की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। बैठक में गो सेवा आयोग के सदस्यों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा का धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया गया ।जिसमें सभी सदस्यों ने एकमत से सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में गोवंश के संवर्धन और संरक्षण के लिए जो कार्य किया जा रहे हैं। वह अभूतपूर्व हैं इससे पूर्व की सरकारों के द्वारा इस क्षेत्र में इतनी गंभीरता के साथ ध्यान नहीं दिया जा रहा था। जितना कि इस सरकार में दिया जा रहा है। इसलिए गौ सेवा आयोग सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करती है। बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक, शहरी विकास निदेशक, कृषि, वित्त के अधिकारियों के अलावा आयोग सदस्य रामेश्वर दास, शंकर दत्त पांडे, धर्मवीर गुसाई, सतीश उपाध्याय, राजेंद्र सिंह नेगी, अनिल नेगी, विजय बाजपेई, डॉ. डीसी सेमवाल आदि मौजूद रहे।