चमोली : तीसरे दिन भी नहीं खुल पाया बदरीनाथ हाईवे, प्रयास जारी

  • आपदा प्रभावित बंड क्षेत्र में चार दिनों से बिजली, पानी की आपूर्ति बाधित
  • बिजली न होने से मोबाइल फोन भी हुए बंद

गोपेश्वर (चमोली)। रविवार रात्रि को हुई भारी वर्षा के कारण बदरीनाथ हाईवे दस से अधिक स्थानों पर बाधित हो गया था। पीपलकोटी से आगे भनरेपानी में तीस मीटर सड़क वाॅश आउट होने के कारण यातायात बाधित हो गया था। हालांकि अधिकांश स्थानों पर हाईवे सुचारू कर लिया गया है लेकिन भनेरपानी में हाइवे को खोलने के प्रयास एनएच की ओर से किये जा रहे है। आपदा प्रभावित क्षेत्र बंड और कौंज पौथनी क्षेत्र में पिछले चार दिनों से बिजली पानी की आपूर्ति ठप चल रही है जिससे ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली न होने से मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे है जिससे ग्रामीणों से संपर्क करना कठिन हो रहा है। ऐसी स्थिति में यदि कोई अनहोनी घटित होती है तो ग्रामीणों का एक दूसरे से संपर्क करना भी कठिन हो जायेगा। प्रशासन की ओर से बंड क्षेत्र के आपदा प्रभावितों के लिए राहत कैंप में ही भोजन की व्यवस्था की गई है। साथ ही जिन घरों में मलवा भरा है उन्हें साफ करने के लिए मजदूर भी लगवा दिये गये है।

जिला आपदा परिचालन केंद्र और जिला सूचना कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी से आगे भनेर पानी में तीस मीटर के लगभग वाॅश आउट हो रखा है जिससे बनाने के लिए एचएन की ओर से मजदूर और मशीने लगी हुई है। 13 अगस्त की रात्रि को बंड क्षेत्र के मायापुर, पीपलकोटी, किरूली, नौरख और घिंघराण क्षेत्र के कौंज पौथनी के साथ तोक गांव बेलीधार, मवल्ठा, खंडरा, काणा, थौली में बादल फटने से भारी तबाही मच गई थी। ग्रामीण किसी तरह अपनी जान बचाकर घरों से निकले। आपदा प्रभावित अधिकांश गांवों में बीते रविवार से बिजली और पानी की समस्या बनी हुई है। कौंज पौथनी के जितेंद्र कठैत और महेंद्र का कहना है कि चार दिनों से बिजली पानी की समस्या बनी हुई हे ग्रामीण प्राथमिक विद्यालय बैलीधार में शरण लिये हुए है। प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग के कर्मचारी और ब्लाॅक के अधिकारी तो पहुंच रहे है लेकिन अभी तक कोई राहत सामग्री उपलब्ध नहीं हुई हैं हालांकि प्रशासन की ओर से राहत सामग्री भेजी गई है लेकिन गांव तक पहुंच मार्ग न होने के कारण राहत सामग्री पहुंचाने में दिक्कते आ रही है।

इधर बंड क्षेत्र के किरूली गांव में बडे पैमाने पर तबाही मचाई। मौसम साफ होने के बाद गांव में चारों ओर तबाही के मंजर नजर आ रहे हैं। किरूली गांव अब भूस्खलन की जद में आ गया है। गांव की पेयजल लाइन के 80 फाइप बह गये हैं और बिजली की लाइन ध्वस्त हो गयी है जिस कारण पूरा गांव चार दिन से अंधेरे में डूबा हुआ है। किरूली गांव के ताजबर सिंह, प्रकाश सिंह, नवीन, अरविंद, अजय, महाबीर, प्रेम सिंह ने शासन प्रशासन से किरूली गांव में हुये नुकसान का सर्वेक्षण करने तथा तत्काल पेयजल और बिजली सुचारू करने की मांग की है।

 

बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी ने भी किया क्षेत्र का दौरा

बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी ने रविवार को आसमानी आफत से प्रभावित बंड क्षेत्र के गांवों का जायजा लिया और ग्रामीणों को सहयोग का भरोसा दिलाया। उन्होंने आपदा प्रभावित बिरही, अगथला, बाटूला, मायापूर, नौरख, खडेरा आदि का भ्रमण कर आपदा प्रभातिवों से मिले उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रभावितों की हर संभव मदद की जायेगी साथ ही उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से त्वरित राहत सामग्री उपलब्ध करवाने तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को भर कहा है। इस मौके पर मनोज कुमार, भुवन लाल शाह, शंभु प्रसाद सती, राहुल राणा, नीरज नेगी आदि मौजूद थे।