कोटद्वार । कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को कोटद्वार बाजार पूरी तरह बंद रहा। साथ ही यात्री वाहनों के पहिये भी पूरी तरह जाम रहे। वहीं क्षेत्र के अधिकांश विद्यालय भी बंद रहे। हालांकि एसडीएम ने जबरन बंद व चक्का जाम करने पर कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी थी, इसके बावजूद बंद का पूरा असर देखने को मिला। एआरएम रोडवेज राकेश कुमार ने बताया कि दिल्ली जाने वाली तीन बस सेवा फेल हो गई। चक्का जाम की सूचना के कारण सवारियां भी कम ही थी।
बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समिति से जुड़े लोग सुबह से ही बाजार पहुंच गए थे। इस दौरान कुछ खुली दुकानों को विनम्रता पूर्वक बंद करा दिया गया। हालांकि आम सहमति से कुछ वाहनों को जाने दिया गया। लेकिन पांच बजे के बाद संचालित होने वाले वाहनों को रोक दिया गया। चक्का जाम को लेकर समिति के सदस्यों और रोडवेज कर्मियों के बीच हल्की नोंकझोंक भी हुई जिस पर आंदोलनकारी रोडवेज कार्यशाला के बाहर धरने पर बैठ गये जिस कारण कुछ देर बसों का संचालन नहीं हो सका। बंद व चक्काजाम के कारण यात्रियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उसके बाद समिति के सदस्यों ने 11 बजे मौन जुलूस निकाल कर जनहित में उठाई गई मांगों को पूरा करने की बात कही। कहा कि मांगे पूरी न होने तक लड़ाई जारी रहेगी। वहीं दोपहर बाद स्थित सामान्य हो गई थी। इस मौके पर समिति संयोजक नागेंद्र उनियाल, गोविंद डंडरियाल, मुन्नालाल मिश्रा, प्रवेश नवानी, अवधेश अग्रवाल, सीपी नैथानी, शक्तिशैल कपरवान, विकास आर्य, राजेन्द्र नेगी, अतुल भट्ट, धीरज बछवान, राकेश अग्रवाल, गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, सीपी डोबरियाल आदि उपस्थित रहे।