कोटद्वार(गौरव गोदियाल) । उत्तराखंड राज्य एक ऐसा राज्य है जहां प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ कई प्राकृतिक चीजें उत्पन्न होती हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती हैं जो कि मौसम के अनुसार पाई जाती है आज हम बात कर रहे हैं पहाड़ी सब्जी लिंगुड़ा की । यह सब्जी अधिकतर बरसात के मौसम में पाई जाती है । यह लगभग सभी पहाड़ी लोगो की पहली पसंद है । जिसके सामने अच्छी से अच्छी सब्जी भी स्वाद में कम है। और साथ ही साथ यह कई औषधीय गुणों से भरपूर हैं । लिंगुड़ा सब्जी के कई लाभ हैं और ये मात्र सब्जी ही नहीं बल्कि एक आयूर्वेदिक दवाई भी है।
लिंगुड़ा शूगर, हार्ट, के मरीजों के लिए रामबांण है । लिंगुड़ा में फेट्स और वसा बिलकुल नहीं होता और न ही कोलेस्ट्रॉल होता है इसलिए यह हार्ट के मरीजों के लिए भी बहुत लाभदायक होता है । इसे खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और पेट के कई रोगों के लिए भी ये औषधि का काम करता है । इसे सब्जी के तौर पर, आचार और अन्य सब्जियों के साथ मिक्स करके भी बनाया जा सकता है । हिमाचल के हिमालयन जैवप्रोधोगिकी पालमपुर के शोध के अनुसार लिंगड़ा में कैल्शियम, पोटेशियम ,आयरन, प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और विटामिन सी ,विटामिन बी काम्प्लेक्स , मिनरल्स, जिंक आदि अनेकों औषधीय गुण पाए जाते हैं। पलायन के कारण नई पीढ़ी इससे कोसों दूर है क्योंकि यह सब पहाड़ी क्षेत्रों पर ही पाया जाता है और नई पीढ़ी पलायन कर चुकी है ।