रूडकी : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रुड़की के केशव धाम कार्यालय पर राष्ट्रीय ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान गाया गया l इस अवसर पर जिला संघचालक प्रवीण जी द्वारा कहां गया की स्वतंत्रता का मोल लाखों शहीदों द्वारा अपनी जान निछावर कर दिया गया l इस अवसर पर देश को पराधीन करने वाली तथा देश को स्वतंत्र करने वाली तथा विभाजन की परिस्थितियों पर चिंतन मनन करना चाहिए l तथा भारत माता की एकता एवं अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च निछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए l उन्होंने कहा की 1950तक संघ की शाखों एवं कार्यालय पर तिरंगा ध्वज फहराया जाता था केंद्र सरकार ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था l
नवीन जिंदल सांसद द्वारा अपनी फैक्ट्री में राष्ट्रध्वज फहराया गया जिसके लिए उन पर कार्रवाई हुई राष्ट्रीय ध्वज फहराने को लेकर जिंदल कोर्ट गए 2002 में सभी जगह तिरंगा फहराने की छूट मिली 2022 में घर-घर तिरंगा फहराया गया l तिरंगा देश की आन बान शान का प्रतीक है 1954 में दमन एवं दीप में प्रथम बार राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा फहराया गया 1961 में गोवा को भारत में विलय करने के लिए सैकड़ों स्वयंसेवको का योगदान रहा l 1962 में चीन के साथ युद्ध में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने स्वयंसेवकों की राष्ट्रभक्ति कार्यों एवं त्याग को देखकर 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित किया l जिसमें 3500 गणवेश धारी स्वयंसेवकों ने परेड मे भाग लिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा में सेवा के लिए स्वयंसेवक सबसे पहले पहुंचते हैं उन्होंने आह्वान किया जो भी कार्य करते हैं उसी के माध्यम से राष्ट्र सेवा करें l राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह अनुज जी द्वारा ग्लोबल लाइब्रेरी मैं राष्ट्र ध्वज फराहकर एवं राष्ट्रगान कर अखंड भारत पर अपने विचार व्यक्त किए l