पौड़ी जनपद में तहसील लैंसडौन के कौडिया नंबर चार में सेवारत रही राजस्व उपनिरीक्षक वंदना टम्टा के वेतन वृद्धि पर एक साल की रोक लग गई है। इसके साथ ही डीएम ने उक्त राजस्व उपनिरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई समाप्त करते हुए बहाली का आदेश भी जारी किया है।राजस्व उपनिरीक्षक का ऑडियो बीते 10 नवंबर 2022 को वायरल हुआ था। जिसमें उक्त राजस्व उप निरीक्षक एक व्यवसायी से बातचीत करती सुनी गई थी। बातचीत में सामने आया था कि व्यवसायी का जयहरीखाल में होम स्टे हैं। व्यवसायी ने तहसील में हैसियत प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। साथ ही कानूनगो द्वारा व्यवसायी से तीन हजार रिश्वत नहीं दिए जाने पर उक्त कार्मिक के माध्यम से मांगे गए। जबकि मीडिया को इस मामले में जानकारी ये भी मिली थी एक पत्रकार द्वारा काफी लंबे समय तक महिला राजस्व उपनिरीक्षक को ब्लैकमेल किया गया था और पैसे न देने पर कई महीनों बाद उसके द्वारा ये ऑडियो वायरल कर दी गई थी साथ ही जिस व्यक्ति का होमेस्टे बन रहा था वो शुरू से ही महिला राजस्व उपनिरीक्षक को बहन बोलता था।जिस कारण अक्सर ये दोनो घर परिवार के मामलों के साथ ही अन्य कई मामलों में परिवार के सदस्य की तरह खुलकर बात करते थे। मामले में तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने उक्त राजस्व उप निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से 14 नवंबर 2022 को निलंबित करते हुए तहसील पौड़ी संबद्ध कर दिया था। मामले की जांच एसडीएम सदर को सौंपी थी।डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि राजस्व उप निरीक्षक कौडिया नंबर चार वंदना टम्टा की वेतन वृद्धि पर एक साल की रोक लगा दी गई है। साथ ही उक्त मामले में विभागीय कार्रवाई समाप्त करते हुए टम्टा की सेवा बहाली का आदेश जारी कर दिया है।