कोटद्वार। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर राठ महाविद्यालय पैठाणी में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में डॉ आशीष गुसाई ने मानसिक रोग की जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान समय में मानसिक बीमारी दुनिया भर में एक गंभीर समस्या है हमें अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी प्राथमिकता से ध्यान रखना चाहिए।
राठ महाविद्यालय पैठाणी में आयोजित कार्यशाला के दौरान मनश्चिकित्सक एनसीडी डॉ आशीष गुसाईं ने वहाँ उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि मानसिक बीमारी से व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में आशाहीन महसूस करने के साथ ही मादक पदार्थों का अधिक सेवन करता है, जिससे व्यक्ति की दिनचर्या में बदलाव होने लगता है व्यक्ति ब्लड प्रेशर, मधुमेह, इम्यूनिटी में कमी, सर दर्द, नींद ना आना जैसी शारीरिक परेशानियों का सामना करता है । उन्होंने यह भी बताया कि तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए सकारात्मक सोच, योग, ध्यान, प्राणायाम एवं संतुलित दिनचर्या के साथ ही मानसिक बीमारी के प्रति जागरूक रहें। कहा कि तंबाकू, शराब और नशीले पदार्थों से दूर रहें पर्याप्त नींद लें अपने दोस्तों व परिवार जनों के संपर्क में रहने के साथ ही अपनी भावनाओं को उनसे साझा करें व मनोरंजक गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखें।
साथ ही कार्यक्रम में एनडीपीएस एक्ट 1985 व एनटीसीपी एक्ट के अंतर्गत प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव एवं बचाव के तरीकों के बारे में भी चर्चा की गई। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने एनडीपीएस ई प्रतिज्ञा – जीवन को हाँ कहें, नशीली दवाओं को ना की शपथ ली गई। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य जेएस नेगी सहित मनमोहन देवली, आशीष रावत के साथ ही कालेज के छात्र छात्राएं व शिक्षक उपस्थित थे।