कोटद्वार में पुलिस की क्रिमिनल इंटेलिजेंस यूनिट CIU अपने कारनामों को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। दरअसल किसी व्यक्ति का मोबाइल खो जाने या चोरी हो जाने पर CIU कार्यालय में शिकायत देने के बाद मोबाइल के IMEI के आधार पर उसे ट्रैक करते हुए उसकी लोकेशन और मोबाइल इस्तेमाल करने वाले की पूरी जानकारी निकाली जाती है, और कार्यवाही की जाती है। लेकिन कोटद्वार कोतवाली परिसर में स्थित CIU टीम आम जनता से झूठ बोलकर उनका लगातार बेवकूफ बनाती है और फोन को ट्रैक पर ही नहीं लगाती। इस बात का खुलासा तब हुआ जब बीते दो जनवरी को गंगादत्त जोशी मार्ग निवासी एक युवक अपना फोन खोने पर कोटद्वार कोतवाली और CIU में इस संबंध में जानकारी देते हुए फोन ट्रैक कराने पहुंचा। जिस पर CIU टीम ने कहा की अभी आपका फोन ऑफ है जिसे भी वो फोन मिला होगा जब तक वो इस फोन को ऑन नही करेगा तब तक ये ट्रैक नही हो पाएगा। कोटद्वार कोतवाली से बाहर आने के एक घंटे बाद ही मोबाइल पाने वाले व्यक्ति द्वारा मोबाइल मालिक को ढूढते हुए वो उसके घर पहुंचा दिया गया और बताया की ये मोबाइल उन्हें मिला था और इस तरह मोबाइल वापस भी मिल गया। जो तबसे अब तक ऑन है पर पुलिस को अब तक ये मोबाइल ऑन नही दिखा ना ही उसे ट्रैक किया गया। इससे पता चलता है कोटद्वार CIU कितने लोगों को झूठी उम्मीद देकर उनका बेवकूफ बनाती है। ये पुलिसकर्मी स्थानीय कुछ नेताओं के चहेते होने के कारण ये सोचते है की हम अपनी मनमर्जी से ही काम करेंगे, हमारे आका गलती होने पर हमे बचा ही लेंगे। इतना ही नहीं जिन लोगों के मोबाइल बरामद होते हुए उनमें बुजुर्गों और युवाओं की संख्या बहुत कम होती है।
सिर्फ कुछ खास लोगों को देखकर उनसे दोस्ती करके और मोबाइल ढूंढते हुए दोस्ती निभाते जाती है। इसके साथ ही आपको ये भी बता दें की जो मोबाइल CIU ने बरामद किए उन्हें किन लोगों के पास से बरामद किया और उनके खिलाफ क्या कार्यवाही की इस बारे में भी बार बार पूछने के बाद भी कोई जानकारी नहीं दी जाती है। तो इस तरह CIU कोटद्वार आम जनता की सेवा कर रही है जो आज सबके सामने है।