कोटद्वार– उत्तराखण्ड सूचना आयोग में पौड़ी जिले के पोखड़ा में स्थित महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय की फर्जी मार्कशीट की सुनवाई राज्य सूचना आयोग योगेश भट्ट की पीठ में हुई।
राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय के कुल सचिव और अपर कुल सचिव से अगली सुनवाई में मामले में कार्यवाही की रिपोर्ट देने को कहा है ।
दरअसल उत्तर प्रदेश के इंटर कॉलेज लावड़ा , मेरठ में एलटी के शिक्षक ने प्रवक्ता पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन किया। आवेदन संग उन्होंने महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय पौड़ी की मार्कशीट ए 201932898 लगाई।
संदेह होने पर प्रधानाचार्य देवेंद्र कुमार ने विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर इसका वेरिफिकेशन करने को कहा । प्रधानाचार्य के पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने आरटीआई में जानकारी मांगी। विश्वविद्यालय के लोक सूचना अधिकारी उप कुल सचिव अनुभव कुमार ने सूचना नहीं दी। प्रथम विभागीय अपीलीय अधिकारी कुल सचिव ने भी सही जवाब नहीं दिया। देवेंद्र ने द्वितीय अपील के लिए उत्तराखण्ड सूचना आयोग का दरवाजा खटखटाया। राज्य सूचना आयोग योगेश भट्ट ने विश्वविद्यालय के दोनों सूचना अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया। मगर इस पर उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। ऐसी स्थिति में दोनों अधिकारियों की भूमिका संदेह में आ गई। सूचना आयोग का मानना है की मार्कशीट डिग्री जैसे संवेदनशील दस्तावेज की सत्यता के लिए अगर किसी प्रधानाचार्य को आरटीआई का सहारा लेना पड़े तो यह खेदजनक है, क्योंकि मार्कशीट और डिग्री जैसे दस्तावेज सरकारी सेवाओं के लिए अनिवार्य प्रक्रिया का भाग हैं। फिलहाल असली मामला क्या है ये जांच के बाद ही पता चलेगा।