डीएलएड के प्रतीक्षा सूची से चयनित प्रशिक्षुओं ने बताया है, कि पहले ही कोरोना के कारण उनका 2019- 2020 का प्रशिक्षण 18 महीने देर से चल रहा है और उनका प्रशिक्षण अब मई 2024 में पूरा होगा। इसमें संपूर्ण प्रदेश के लगभग 150 प्रशिक्षु अपने अनिवार्य 110 कार्य दिवस डायट में पूर्ण कर चुके होंगे। नियमानुसार डायट में 110 कार्य दिवस पूर्ण होने पर परीक्षा करने का प्रावधान है लेकिन विभाग की उदासीनता और लचर व्यवस्था प्रशिक्षुओं के भविष्य पर भारी पड़़ रही है। परीक्षा समय से करवाने के संबंध में शिक्षा मंत्री के निर्देशों को भी अधिकारी अनदेखा कर रहे हैं। जिसका सीधा असर डीएलएड के प्रशिक्षुओं पर पड़़ रहा है, क्योंकि शासन बेसिक शिक्षक भर्ती की कवायद शुरू कर चुका है, और जल्द ही विज्ञप्ति भी सार्वजनिक हो जाएगी। समय से परीक्षा ना हो पाने की स्थिति में राज्य के सभी 150 प्रशिक्षु इस भर्ती से वंचित हो जाएंगे । राज्य के डीएलएड सस्थानों के प्रशिक्षुओं का भर्ती से बाहर रहना राज्य की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था के लिए चिन्ता का विषय है।उन्होंने शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से इस संबंध में आग्रह किया है कि उनकी परीक्षा जून 2024 के प्रथम सप्ताह में सम्पन्न करवाने का आदेश देने की कृपा करें जिससे सभी प्रतीक्षा सूची के प्रशिक्षु भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में सम्मिलित हो सकेंगे।
अन्यथा प्रशिक्षुओं ने बताया है कि वे न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होगें।