कोटद्वार की सड़कों पर भटकने वाले आगरा निवासी युवक को एएचटीयू पुलिस ने परिजनों से मिलाया, नशे की लत के बाद घर वापस नहीं जा रहा था युवक। नशा मुक्ति केंद्र में कराया भर्ती

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अवनीश अग्निहोत्री (कोटद्वार) एसएसपी पौड़ी श्वेता चोबे के द्वारा निर्देशित किया गया कि ऐसे स्त्री,पुरुष जो अपनी सुधबुध खोए हुए रेलवे स्टेशन, बस अड्डे या अन्य संभावित स्थानों पर यदि कोई लावारिश में मिलता है तो उसकी जांच पड़ताल कर उसके परिजनों की तलाश की जाएं।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए एएचटीयू प्रभारी राजेंद्र सिंह खोलिया के नेतृत्व में थाना कोटद्वार क्षेत्र में कई दिन से एक युवा अपनी सुधबुध खोकर बहुत ही मैले कपड़ों में बाजार में इधर- उधर अकेला घूम रहा था। एएचटीयू के अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह हमराह कांस्टेबल मुकेश कुमार और महिला कांस्टेबल विद्या मेहता के द्वारा इस युवा व्यक्ति को एएचटीयू कोटद्वार शाखा लाकर इसे विश्वास में लेकर प्यार से बातचीत करते हुए बहुत देर बाद अथक और निरंतर प्रयास से इसने अपना नाम देवेंद्र पुत्र प्रभु सिंह सिसोदिया पुत्र राम स्वरूप निवासी 14/37 छोटी अथाई, थाना नाई की मंडी, आगरा उत्तर प्रदेश बताया। इस व्यक्ति के पिता से संपर्क किया गया तो बताया कि मेरा बेटा करीब चार- पांच वर्ष पूर्व अच्छा काम करता था। लेकिन जब से ड्रग्स का नशा करने लगा तभी से ये अपनी सुधबुध खोकर रहने लगा। युवक के पिता से बातचीत कर इस युवक को नशे से मुक्त कराने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराने के लिए कहा गया तो सहज ही सहमति प्रदान कर दी और इस युवा देवेंद्र को कोटद्वार के एक नशा मुक्ति केंद्र में इसके पिता द्वारा नशा मुक्ति केंद्र की आवश्यक कागजी कार्यवाही के बाद दाखिल कराया गया।
युवक के पिताजी के द्वारा उत्तराखंड पौड़ी पुलिस की काफी सराहना की गई।

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