उत्तराखंड विद्युत कर्मचारी संगठन की कोटद्वार इकाई के कर्मचारियों की कल गोविंद नगर स्थित एक होटल बैठक हुई। बैठक में कर्मचारियों ने लंबे समय से लंबित उनकी मांगों पर कार्रवाई न होने पर रोष व्यक्त करते हुए 30 सितंबर व 1 अक्तूबर को ऊर्जा निगम के मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया। संगठन के केंद्रीय महामंत्री मनोज पंत ने कहा कि ऊर्जा के तीनों निगमों में संविदा कर्मी पिछले पंद्रह बीस सालों से अल्प वेतन में कार्य कर रहे हैं। कर्मचारियों का कार्य भी जोखिम भरा है। पूर्व में सन् 2017 में औद्योगिक न्यायालय हल्द्वानी द्वारा विद्युत संविदा कर्मियों को समान कार्य के लिए समान वेतन देने के आदेश तीनों ऊर्जा निगमों को दिए गए थे, लेकिन आज तक उस आदेश का पालन नहीं हुआ। उत्तराखंड सरकार की ओर से भी संविदा कर्मियों के लिए महंगाई भत्ता जारी करने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन वह भी चौबीस घंटे के अंदर निरस्त कर दिया गया। इस कारण तीनों निगमों के संविदा कर्मियों में रोष व्याप्त है। चेतावनी दी कि अगर संविदा कर्मियों की मांगों को नहीं माना गया तो संगठन 30 सितंबर व 1 अक्तूबर को ऊर्जा निगम मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन पर बाध्य होगा। बैठक में खंडीय अध्यक्ष अमित बहुगुणा, खंडीय उपाध्यक्ष सोहन सिंह असवाल, पंकज पंत, विजय चौधरी, अमित बडोला, कुलदीप सिंह, मनमोहन सिंह, पंकज रतूड़ी और मनोज रावत सहित अन्य संविदाकर्मी मौजूद रहे।