देहरादून। मुआवजा बांटने की प्रक्रिया में ढिलाई की वजह से कोटद्वार, रुद्रपुर और काशीपुर बाईपास के निर्माण की रफ्तार धीमी पड़ गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इन फोरलेन बाईपास का निर्माण कर रहा है। कोटद्वार, नैनीताल, हरिद्वार, यूएस नगर, नैनीताल और टनकपुर में अधिगृहीत भूमि के दाखिल खारिज की प्रक्रिया सुस्त होने से परियोजनाओं के काम लटक गए हैं। ये सारे मसले एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा उठाए जाने पर अब मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने संबंधित जिलाधिकारियों को मुआवजा आवंटन और दाखिल खारिज प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। एनएचएआई रुद्रपुर में बाईपास बना रहा है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण के एवज में 203.94 करोड़ का मुआवजा आवंटित होना है, लेकिन 178.23 करोड़ मुआवजा ही बांटा जा सका है। इसी तरह एनएच-734 के 16 किमी हिस्से में ईपीसी मोड पर काशीपुर फोरलेन बाईपास का निर्माण होना है। इसके लिए 202.65 करोड़ रुपये का मुआवजा बांटा जाना है, लेकिन अभी 136.68 करोड़ का मुआवजा ही बंटा सका है। परियोजना में भवनों, पेड़ों और अन्य के लिए आवंटन घोषित नहीं हो पाया है। कोटद्वार बाईपास के लिए भी मुआवजा आवंटन प्रक्रिया धीमी है। मुख्य सचिव ने तीनों प्रोजेक्टों में मुआवजा आवंटन प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु का कहना है कि चुनाव आचार संहिता खत्म हो जाने के बाद अब सभी प्रकरणों के निस्तारण में तेजी आएगी।