हफीजुर्रहमान (टांडामाईदास ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेल में बंद राजनेता मुख्तार अंसारी के निधन के बाद गुरुवार रात अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. पूर्व विधायक अंसारी का शाम को दिल का दौरा पड़ने से बांदा के अस्पताल में मृत्यु हो गई! बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और हालात का जायजा लिया और अंसारी की मौत के कारण उत्पन्न सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राज्यभर के सभी जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
गौरतलब है कि इस समय रमजान चल रहा है और कल शुक्रवार यानी जुम्मा है, इसलिए सभी मस्जिदों में मुसलमानों का जमावड़ा लगना तय है. पांच बार के विधायक मुख्तार अंसारी की भी अपने समुदाय के सदस्यों के बीच रॉबिनहुड वाली छवि थी. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए.!
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इस बीच, समाजवादी पार्टी ने एक्स पर एक आधिकारिक पोस्ट कर अंसारी के निधन पर दुख प्रकट किया है.डीजी (जेल) एस.एन. साबत ने एक बयान में कहा कि अंसारी रमजान के दौरान रोजा रख रहे थे और गुरुवार को रोजा तोड़ने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई.
दूसरी ओर सपा नेता रामगोपाल यादव ने अंसारी की मौत पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा- पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित , न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में।प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों कोमुँह बंद रखने को विवश किया जा रहा है।क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्ज़ी के आधार पर कोई न्यायिक जाँच के आदेश करेगी यूपी सरकार