उत्तराखंड पुलिस एप पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण करने में कोटद्वार पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहा पिछले चार महीनों से शिकायतकर्ता को शिकायत पर कार्यवाही का आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन पूरे प्रमाण दिखाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। मामला सोशल मीडिया पर छवि खराब करने का, अंकिता भंडारी हत्याकांड को प्रभावित करने का और नौकरी का झांसा देकर ठगी करने से जुड़ा है लेकिन पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के कारण सोशल मीडिया पर अपराध करने वालों के हौसले बुलंद है। ऐसे में कोटद्वार पुलिस के फरियादियों की शिकायतें कितनी मायने रखती है ये साफ दिखता है और साइबर अपराध रोकने में पुलिस कितनी सक्षम है ये भी जानता के सामने आ चुका है।