हरिद्वार : मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में आंगनबाड़ी भवन निर्माण के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन को बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल ने अवगत कराया कि भारत सरकार ने जनपद हरिद्वार को 550 आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की है, जिसमें प्रति आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण हेतु 12 लाख रूपये की दर निर्धारित की गयी है, जिसके लिये 90 प्रतिशत की धनराशि भारत सरकार उपलब्ध करायेगी तथा 10 प्रतिशत राज्य सरकार अपने संसाधनों से उपलब्ध करायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्धारित मानक के अनुसार आंगनबाडी भवन का निर्माण यथासम्भव प्राथमिक विद्यालय परिसर अथवा स्कूल परिसर से 500 मीटर की परिधि के अन्तर्गत होना चाहिये तथा आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु केवल ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु निःशुल्क भूमि का चयन किया जायेगा, जो आंगनबाड़ी केन्द्र किराये के भवन अथवा निजी भवन आदि में संचालित हो रहे हैं।
सीडीओ प्रतीक जैन ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे 10 दिन के भीतर ऐसे प्राथमिक विद्यालयों की सूची उपलब्ब्ध करा दें, जिनमें मानक के अनुसार आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इस सूची के अनुसार यह स्पष्ट हो जायेगा कि कितने आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिये हमारे पास प्राथमिक विद्यालयों में आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध है तथा कितने आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिये 500 मीटर की परिधि में व्यवस्था करनी है, जिसके लिये जिला पंचायत राज अधिकारी का भी सहयोग लिया जायेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि इसके अतिरिक्त एक सूची ऐसे प्राथमिक विद्यालयों की भी तैयार करना सुनिश्चित करें, जहां स्कूल भवन के ऊपर भी निर्माण कराया जा सकता है। बैठक में सीडीओ प्रतीक जैन ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे यह चिह्नित करना सुनिश्चित करें कि किस-किस गांव में आंगनबाड़ी भवन की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, उसी अनुसार स्थानीय परिस्थितियांे के हिसाब से एक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आंगनबाड़ी भवन निर्माण के समस्त कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूर्ण होने हैं। इसलिये इस कार्य में कहीं पर भी कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला शिक्षाधिकारी (बेसिक), अधिशासी अभियन्ता (आर०ई०एस०), समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।