देवाल क्षेत्र के ग्रामीणों ने वन विभाग से की बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग

देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के आसपास के गांव में इन दिनों बाघ का आतंक छाया हुआ है। अभी तक चार गायों को बाघ अपना निवाला बना चुका है। ग्रामीणों ने बाघ के आतंक से निजाद दिलाने की मांग वन विभाग से की है। पूर्णा गांव के सामाजिक कार्यकर्ता जयवीर राम बधाणी ने वन क्षेत्राधिकारी पूर्वी पिंडर रेंज देवाल हरीश थपलियाल को एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पिछले एक पखवाड़े से पूर्णा गांव में बाघ ने हरीश राम, दिनेश राम और हरिया राम की गायों को गांव के पास ही मार दिया है, वहीं कैल गांव निवासी भुवन चंद्र की गाय को बाघ अपना शिकार बना दिया है।   सेलखोला, हाटकल्याणी, पूर्णा, कैल, तलोर आदि गांव में बाघ दिन दहाड़े घूम रहा है। जानवरों पर हमला कर रहा है। बाघ के भय से ग्रामीण शाम होते ही घरों में दुबक जा रहे हैं। ग्रामीणों ने बाघ के आतंक से निजात मांगी है। मारे गए जानवरों का मुआवजे की मांग भी की है। वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल ने कहा कि बाघ के हमले से मारे जाने वाले जानवरों की सूचना 48 घंटे के अंदर विभाग को देना आवश्यक है। बाघ ने जिन जानवरों को मारा है उनका मुआवजा दिया जाएगा। बाघ को भगाने के लिए वन विभाग की टीम गांवों में भेजी जा रही है।