कोटद्वार । उत्तराखंड प्रदेश का नवनिर्माण जब से हुआ है तभी से यहां बैठे कुछ अधिकारी अपनी मन मर्जी के कारण उत्तराखंड प्रदेश को गर्त में धकेलते हुए नजर आए हैं । वर्तमान में धामी सरकार की स्वच्छ छवि को धूमिल करने में रोडवेज के कुछ कार्मिक भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं । ताजा घटना अभी मात्र तीन दिन पूर्व मीरापुर स्थित मो. सादिक के ग्रीन हाईवे ढाबे की है जहां पर लंबे समय से यात्रियों से अवैध वसूली की शिकायत मिल रही थी । तीन दिन पूर्व एक पैसेंजर से दो परांठे के 300 रूपए काट लिए गए थे जिसके बाद कोटद्वार निवासी पैसेंजर मनोज ने बस के परिचालक खुर्शीद से ढाबा संचालक द्वारा अवैध वसूली की शिकायत की व रोडवेज के उच्च अधिकारियों का नंबर मांगा गया तो बस का परिचालक ढाबा संचालक सादिक की तरफदारी करता हुआ नजर आया व परिचालक खुर्शीद ने अपने उच्च अधिकारियों का नंबर भी उपलब्ध नहीं करवाया । इस घटना का संज्ञान स्वयं मुख्यमंत्री ने लिया जिसके बाद ढाबे को अनुबंध से बाहर कर दिया गया है किंतु परिचालक पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है ।
रविवार को रोडवेज के आरएम संजय गुप्ता से जब इस विषय में पूछा गया कि आपके द्वारा परिचालक पर क्या कार्रवाई की गई है तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई लिखित शिकायत नहीं है जब मेरे पास शिकायत आएगी उसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जाएगा किंतु मनोज कुमार मीडिया से सब कुछ उजागर कर चुका है । अब यह देखना होगा कि रोडवेज के उच्चाधिकारी इस परिचालक पर क्या उचित कार्रवाई करते हैं ? वहीं इस घटना से कोटद्वार के हिंदूवादी संगठन भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं ।
वहीं जब महाप्रबंधक दीपक जैन से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि ढाबे का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है । पैसेंजर के द्वारा कोई भी लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है जिस कारण अभी तक परिचालक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है । अब प्रश्न यह उठता है कि जब पैसेंजर द्वारा लिखित शिकायत नहीं की गई है तो ढाबे का अनुबंध क्यों समाप्त कर दिया गया है? जबकि मुख्यमंत्री ने इस मामलें में कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ।