शिक्षक प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का उपयोग विद्यालयों में कर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाए – आकांक्षा राठौर

रुड़की : राजकीय प्राथमिक शिक्षकों के बुनियादी साक्षरता ओर सँख्या ज्ञान एवं विद्यालय सुरक्षा सम्बंधित 06 दिवसीय सेवारत प्रशिक्षण में शिक्षकों को निपुण भारत मिशन बुनियादी साक्षरता एवं सँख्याज्ञान के संदर्भ में मुख्य बिंदु बताए जा रहे है। विषय विशेषज्ञों द्वारा भाषा, धारा प्रवाह, बोलना, डिकोडिंग, शब्द भंडारण को आज प्रशिक्षण के दूसरे दिन विस्तृत रूप से समझाया गया।
मैथोडिस्ट इंटर कॉलेज में चल रहे छह दिवसीय सेवारत प्रशिक्षण के दूसरे दिन सन्दर्भदाताओ ने प्रतिभागियो को भारत सरकार के मिशन से रूबरू कराया है इस मौके पर प्रशिक्षण की नोडल अधिकारी आकांक्षा राठौर ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षा की मजबूती के लिए एफएलएन प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण लेने वाले सभी शिक्षक प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का उपयोग विद्यालयों में कर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएं। शिक्षकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से आधारभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के अलावा सामाजिक भावनात्मक व लैंगिक समानता, भाषा हिन्दी-अंग्रेजी, गणित में संख्यात्मक ज्ञान, लेशन प्लान, पाठ योजना, प्रस्तुतीकरण, आंकलन आदि विषयों पर जानकारी दी जा रही है। बच्चों को विषय आधारित गुणवत्तापूर्ण मनोरंजनात्मक शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है। सन्दर्भदाता के रूप में धीरज त्यागी, रेणु शुक्ला, धर्मेंद्र चौहान, शालिनी गौस्वामी, उर्वी, किरण राय, गॉडविन जॉन दास, नरेश राजा, प्रदीप बिष्ट, प्रतिका, अश्वनी मुदगल आदि सहयोग प्रदान कर रहे है।