प्लेन क्रैश में वैगनर चीफ की मौत, प्रिगोजिन समेत 10 लोग मारे गए

नई दिल्ली : जून में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले येवगेनी प्रिगोजिन की बुधवार देर रात एक प्लेन क्रैश में मौत हो गई। वो प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के चीफ थे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रूस की एजेंसी TASS के हवाले से यह खबर दी है।क्रैश में 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। जानकारी के मुताबिक, यह क्रैश मॉस्को के उत्तरी इलाके में बुधवार दोपहर हुआ। रूस की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने सिर्फ इतना कहा कि येवगेनी का नाम पैसेंजर लिस्ट में शामिल था। यह एम्बरर एयरक्राफ्ट मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था। प्रिगोजिन के अलावा इस प्लेन में प्राइवेट आर्मी के को-फाउंडर और पूर्व रूसी स्पेशल फोर्स कमांडर दिमित्री उत्किन भी सवार थे। वहीं वैगनर के और भी अधिकारी विमान में मौजूद थे।

वैगनर चीफ की मौत की खबर पर बाइडेन ने कहा- मुझे नहीं पता है कि क्या हुआ है, पर मैं इस खबर से सरप्राइज्ड नहीं हूं। रूस में शायद ही ऐसा कुछ होता है, जिसके पीछे पुतिन का हाथ न हो। हालांकि, मैं इस मामले में इतना नहीं जानता हूं कि कुछ जवाब दे सकता हूं। प्रिगोजिन ने जून में पुतिन के खिलाफ बगावत की थी और इसके बाद वो बेलारूस चले गए थे। लिहाजा, यह साफ नहीं है कि वो रूस कब और कैसे पहुंचे। एक रूसी अफसर ने स्काई न्यूज से कहा- हमने क्रैश की जांच शुरू कर दी है। सिर्फ दो दिन पहले प्रिगोजिन का एक वीडियो भी सामने आया था।

प्रिगोजिन का जन्म 1 जून 1961 को सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ था। पुतिन की तरह येवगेनी भी सेंट पीटर्सबर्ग में पले-बढ़े। रूसी कोर्ट के डॉक्यूमेंट के मुताबिक, येवगेनी को 1981 में मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी में दोषी ठहराया गया था और 13 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, सोवियत यूनियन के पतन के 9 साल बाद येवगेनी को रिहा कर दिया गया। येवगेनी ने जेल से बाहर आने के बाद बिजनेस करने का फैसला किया। सबसे पहले हॉट डॉग का स्टॉल लगाना शुरू किया। इसके बाद रेस्तरां खोला।