देहरादून : सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत ‘ जो कि इस वर्ष पोषण अभियान की थीम है, के अंतर्गत नवजात बच्चे से लेकर 6 साल की उम्र के बच्चे, स्तन पान कराने वाली माताओं के विशेष ध्यान रखा जायेगा। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर जिलों के अलग अलग क्षेत्रों और पंचायतों में कुपोषित बच्चों की पहचान की जा सके और उन्हें पोषण अभियान के अंतर्गत जोड़ा जा सके। इसी क्रम में आज देहरादून के सभी जिलों में पोषण से संबंधित गतिविधियाॅ करवाई गई।
बाल विकास परियोजना देहरादून शहर, डोईवाला, रायपुर, सहसपुर, विकासनगर, चकराता और कालसी में स्तनपान की जानकारी , एनीमिया की जाँच , स्वस्थ बालक प्रतियोगिता जिसमें बच्चों के माता-पिता को चोलाई के लड्डू वितरित किए गए, स्थानीय अनाजों और सब्जियों की जनसमुदाय को महत्व बताते हुए रंगोली बनाई गई , बच्चों को कुकड फूड दिया गया , प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को पोषण की शपथ दिलाई गई , स्वच्छता और साफ़- सफ़ाई के बारे मे जनसमुदाय को जागरूक किया गया, बच्चों का वजन लिया गया और उसके बारे में माता-पिता को बताया गया, बच्चों को साबुन से हाथ धोने के बारे में बताया गया , बच्चों के द्वारा पोषण पर colourful पेंटिंग भी की गयी। पोषण भी पढ़ाई भी के अंतर्गत बच्चों को खेल खेल में गतिविधियां भी करवाई गई ।
पोषण माह के अंतर्गत सभी 7 परियोजनाओं में ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ती द्वारा “स्वस्थ बालक प्रतिस्पर्धा” के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया केन्द्रों में पंजीकृत 0-6 वर्ष के सभी बच्चों का वजन व लंबाई ली गई बच्चों का वजन व लम्बाई उपस्थित अभिभावकों को भी साझा की गई जिन बच्चों का वजन सामान्य श्रेणी में था उन बच्चों के सभी अभिभावकों को प्रोत्साहित किया गया और उनके द्वारा अपने बच्चों की दिनचर्या व खानपान भी साझा की गई कार्यक्रम में गर्भवती महिलाएं व धात्री माताएं भी उपस्थित सही जिसमें स्तनपान पूरक पोषाहार पर विस्तृत चर्चा की गई कार्यक्रम में ANM, आशा वर्कर के साथ साथ जनसमुदाय व आगनवाङी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं । जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पोषण अभियान में अपना पूरा सहयोग दिया जा रहा है ।