हरिद्वार : जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में वर्ष 2023-24 हेतु समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्य योजना के सम्बन्ध में जिला शिक्षा परियोजना समिति की एक बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने शिक्षा के अधिकार के तहत जनपद में सभी आयु वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की प्रक्रिया, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों का कुल रिक्त सीटों के सापेक्ष की गई भर्ती कुल छात्रों के हिसाब से अध्यापकों की संख्या, मदरसों में शिक्षा पा रहे विद्याार्थियों का विवरण, ब्लाकवार अपर तथा प्राइमरी विद्यालयों में बालक/बालिकाओं की संख्या, वर्ष 2023-24 में शिक्षा विभाग को आवंटित बजट में से किये गये खर्च की स्थिति आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों से जनपद में नये विद्यालय भवनों के निर्माण हेतु भूमि उपलब्धता,कितने भवन ऐसे हैं, जो किराये के भवन में चल रहे हैं, अधिक छात्र वाले विद्यालयों में अध्यापकों की स्वीकृति आदि के सम्बन्ध में चर्चा की तथा दिशा-निर्देश दिये। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शिक्षा के अधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने पर जोर देते हुये कहा कि इसके लिये राजकीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् की आधारभूत पाठ्य सामग्री का पूरा उपयोग किया जाये। इसके अतिरिक्त आंगनबाडी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण भी दिलाया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ियों के संचालन की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि समग्र शिक्षा के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों को जो भी आधारभूत सामग्री उपलब्ध कराई जाती है, उसका पूरा सदुपयोग किया जाये। इस अवसर पर डीपीओ अविनाश भदौरिया, डी.ई.ओ आशुतोष भंडारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत, एआर कोआपरेटिव पीएस पोखरिया, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।