उत्तरकाशी (कीर्ति निधि सजवाण): पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी समाज व युवा पीढी में बढ रहे नशे के कुप्रचलन को लेकर बेहद संवेदनशील हैं, अवैध नशे को खात्म करने के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा चलाए जा रहे ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान-2025 के अंतर्गत उनके द्वारा उत्तरकाशी जनपद में नशे के विरुद्ध जंग “उदयन” छेड़ी हुयी है, जिसमें उत्तरकाशी पुलिस न सिर्फ अवैध नशा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है, बल्कि इस मुहिम में पुलिस नशे के आदी हुये युवकों को चिन्हित कर उनकी कांउसलिंग करवाकर जीवन की मुख्य धारा में जोडने की कोशिश में जुटी है। मुहिम उदयन के अंतर्गत ही पुलिस नशे की जड़ पर प्रहार करते हुये जनपद के दूर-दराज के गांवों में ग्रामीणों द्वारा उगाई जाने वाली प्रतिबंधित भांग, अफीम व अन्य नशीले पदार्थों की खेती को विनष्ट कर नशे के कारोबार में लिप्त लोगों पर लगातार कार्यवाही कर रही है।
विनष्टीकरण की कार्यवाही के तहत में उत्तरकाशी पुलिस द्वारा सटीक जानकारी जुटाते हुये पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन प्रशान्त कुमार, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी एवं वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन व वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा बीते शनिवार को उत्तरकाशी के दूरस्थ क्षेत्र गाजणा पट्टी के सिरी व कोनगढ़ में छापेमारी कर बडे स्तर पैदा की गयी प्रतिबन्धित भांग की खेती को नष्ट किया गया। टीम द्वारा पट्टी गाजणा के सिरी गांव, गांव से ऊपर करीब 3-4 किमी0 पैदल छानियों में व कोनगढ़ में भांग की खेती को नष्ट किया गया। देर सायं तक चली कार्यवाही में पुलिस-प्रशासन की टीम द्वारा करीब 300 नाली भू-भाग पर पैदा की गयी भांग की खेती को नष्ट किया गया। मौके पर आस-पास के क्षेत्रों में ड्रोन से फोटो/ विडियो ग्राफी भी की गयी, राजस्व की टीम द्वारा जमीन के रिकार्ड व फसल की पैदावार करने वालों की जानकारी की जा रही है, मामले में अग्रिम कार्यवाही प्रचलित है।
SP अर्पण यदुवंशी द्वारा बताया गया कि नशे को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए उत्तरकाशी पुलिस द्वारा मुहिम उदयन के अंतर्गत जनपद में व्यापक स्तर पर भांग व अन्य नशीले पदार्थों की अवैध खेती पर उत्तरकाशी पुलिस द्वारा लगातार विनष्टीकरण की कार्यवाही की जा रही है, अभी तक उत्तरकाशी पुलिस द्वारा जनपद के दूर-दराज के क्षेत्रों मे ग्रामीणों द्वारा पैदा की गयी करीब 1300 नाली (26 हेक्टेयर) भू-भाग पर अवैध भांग व अफीम की खेती को नष्ट किया जा चुका है, जिसमें नशीले पदार्थों की अवैध खेती करने वाले 22 भू-स्वामियों के विरुद्ध FIR दर्ज की गयी है।