देहरादून। उत्तराखंड में भी अब लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा जल्द उपलब्ध हो सकती है। आज पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम मैक्स देहरादून व कल एम्स ऋषिकेश का इस बाबत निरीक्षण करेगी। स्वास्थ्य महानिदेशालय से निदेशक स्तर के अधिकारी इस टीम के साथ निरीक्षण के दौरान मौजूद रहेंगे।
अभी उत्तराखंड में किसी भी अस्पताल में लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है। लोगों को दिल्ली, मुम्बई, चंडीगढ़ जैसे महानगरों में ही इसका इलाज मिल पाता है या फिर विदेश के अस्पतालों में ही लिवर ट्रांसप्लांट संभव है। खैर, अब उत्तराखंड के दो अस्पताल इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बीते दिनों मैक्स देहरादून व एम्स ऋषिकेश द्वारा उस हेतु अनुमति मांगी गई थी। उक्त दोनों अस्पतालों के द्वारा लिवर ट्रांसप्लांट को लेकर जरूरी सुविधाएं जुटा ली गयी हैं जिसके बाद अब पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञों की टीम यहां आज निरीक्षण कर रही है। अगर इन दोनों अस्पतालों को इस हेतु हरी झंडी मिलती है तो यह प्रदेशवासियों के लिए बहुत बड़ी राहत होगी।
लिवर ट्रांसप्लांट एक विकल्प है और लिवर शरीर का एकमात्र ऐसा अंग है, जो फिर से बन सकता है। इससे मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लिवर ट्रांसप्लांट में खराब हो चुके लिवर को सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है। इसके बाद उसके स्थान पर पूर्ण स्वथ्य लिवर या स्वस्थ लिवर का आधा भाग मरीज को ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है।