कोटद्वार । जिलाधिकारी पौड़ी डॉ0 आशीष चौहान ने नगर निगम कोटद्वार स्थित बेस अस्पताल में प्रमुख अधीक्षक कक्ष में डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली। नगर क्षेत्र के अंतर्गत गलियों में नियमित फागिंग नहीं करने पर नगर आयुक्त कोटद्वार का स्पष्टीकरण तलब किया है। जबकि आशा कार्यकत्रियों को डोर टू डोर सर्वे में दिए गए घरों की संख्या और बैठक में प्रस्तुत आंकडों के चलते जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया है । जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि डेंगू रोकथाम संबंधी कार्रवाई में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी से बरती जाने वाली लापरवाही शामिल नहीं होगी। नगर क्षेत्र कोटद्वार में डेंगू पर काबू पाने के लिए कुल आठ जोनल मजिस्ट्रेट की तैनात किए गए है ।
जिलाधिकारी ने नामित जोनल मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत सेनेटरी इंस्पेक्टर और आशा कार्यकत्रियों के कार्यो पर नजर बनाए रखने को कहा। कहा कि लापरवाही बरतने वाले कार्मिक का नाम उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा सके। बैठक में बताया गया की गत दिवस 22 सितंबर तक कोटद्वार नगर क्षेत्र के अंतर्गत डेंगू के कुल 111 मामले सामने आए थे। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित आशा सुपरवाइजर के माध्यम से नगर क्षेत्र में कार्य कर रही आशा कार्यकत्रियों की क्षेत्र में उपस्थित और सक्रियता के संबंध में फोनकॉल के माध्यम से फीडबैक भी लिया। आशा कार्यकत्रियों को डोर टू डोर सर्वे हेतु सौंपे गए घरों की संख्या और बैठक में प्रस्तुत आंकड़ों में विरोधाभास को स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम कोटद्वार संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए 3 दिन के अंदर सही रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
कहा कि डेंगू पर नियंत्रण के लिए निरन्तर कार्यवाही गतिमान है। जिसके तहत गतिमान कार्यवाही की दैनिक रूप से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने जोनल मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि आज हुई बारिश से एन्टी लार्वा स्प्रे का प्रभाव आंशिक रूप से कम हो सकता है, इसे इस हेतु अधिक प्रभावी कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नगर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड-3, किशनपुर, लकड़ी पड़ाव, शिबू नगर, वार्ड-8 और विशेष कर रेलवे स्टेशन के आसपास नियमित रूप से फोगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें।