कोटद्वार । नगरनिगम की महापौर हेमलता नेगी और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने मंगलवार को ग्रास्टनगंज में भाजपा सरकार की गलत खनन नीति के कारण बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया। ग्रास्टनगंज में सुरक्षा दीवार टूटने से पेयजल नलकूप को खतरा हो गया है और नदी का रुख दीवार तोड़कर गांव की तरफ हो गया है जिससे पूरे ग्रास्टनगंज, रतनपुर, कुंभीचौड़ को खतरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी और महापौर ने मौके से ही शासन प्रशासन एवं अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बाहर सुरक्षा कार्य युद्ध स्तर पर कराए जाने की मांग और निर्देश दिए ।
साथ ही मांग की कि ग्रास्टनगंज में दीवार के निर्माण की उच्च स्तरीय जांच की जाएं। बाढ़ से हुए दीवार के नुकसान से किसानों के खेतों तक सिंचाई का पानी न पहुंचने के कारण फसल सूखकर बर्बाद होने के कगार पर है क्योंकि 13 जुलाई से सिंचाई विभाग की नहर पर पानी की जगह मलवा भरा हुआ है जिससे नहर बंद पड़ी है, सिंचाई विभाग को चाहिए की सिंचाई नहर को तत्काल युद्ध स्तर पर साफ कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। नेगी ने कहा कि दीवार टूटने का कारण घटिया निर्माण एवं सपोर्ट में भरे गए मलवे को व्यवस्थित न बनाए जाने से करोड़ों रुपए की बनी दीवार बहने से पूरा क्षेत्र खतरे की जड़ में आ गया है। मौके पर पार्षद हरीश नेगी, अजय बौखण्डी ,रणवीर सिंह, राजेंद्र सिंह रावत, सुरेश सिंह, धनवीर सिंह भारती, जयदीप कुमार, रघुवीर सिंह, नरेश चंद्र जोशी, हसरत अली और काफी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद थे।