 कोटद्वार नगर यूपी से लगा होने के कारण यहां आए दिन अपराध होते है। साथ ही सड़कों पर अतिक्रमण होने और पार्किंग न होने के कारण अक्सर सड़कों पर जाम लगा रहता है। स्तिथि ये है की कोतवाली पुलिस और ट्रेफिक पुलिस व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश करती है पर फोर्स की कमी होने के कारण उस हद तक काम नही हो पाता जितना होना चाहिए।
कोटद्वार नगर यूपी से लगा होने के कारण यहां आए दिन अपराध होते है। साथ ही सड़कों पर अतिक्रमण होने और पार्किंग न होने के कारण अक्सर सड़कों पर जाम लगा रहता है। स्तिथि ये है की कोतवाली पुलिस और ट्रेफिक पुलिस व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश करती है पर फोर्स की कमी होने के कारण उस हद तक काम नही हो पाता जितना होना चाहिए।  विधानसभा अध्यक्ष और विधायक ऋतु खंडूड़ी चाहे तो उच्चाधिकारियों से बात करके ट्रैफिक और कोतवाली पुलिस में फोर्स बढ़ाकर अपराध और ट्रेफिक व्यवस्था में और अधिक सुधार ला सकती है लेकिन फिर भी उनके कार्यकाल में ऐसा नहीं हो पाया है। फोर्स कम होने के कारण कई पुलिसकर्मियों की छुट्टी कैंसल कर दी जाती है जिससे वो कोटद्वार में रहकर ही समय दें। लेकिन डेढ़ लाख जनसंख्या को संभाल रहे मात्र 100 पुलिसकर्मियों को यदि और अधिक बढ़ाया जाए तो कोटद्वार विधानसभा छेत्र में और अधिक सुधार हो सकता है। एसएसपी लोकेश्वर सिंह हो या एएसपी जया बलूनी या सीओ विभव सैनी..सभी कानून व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी लगन से काम करते है लेकिन नगर निगम और तहसील की टीम द्वारा अतिक्रमण हटवाने में पुलिस को कई बार सहयोग नहीं किया जाता।
विधानसभा अध्यक्ष और विधायक ऋतु खंडूड़ी चाहे तो उच्चाधिकारियों से बात करके ट्रैफिक और कोतवाली पुलिस में फोर्स बढ़ाकर अपराध और ट्रेफिक व्यवस्था में और अधिक सुधार ला सकती है लेकिन फिर भी उनके कार्यकाल में ऐसा नहीं हो पाया है। फोर्स कम होने के कारण कई पुलिसकर्मियों की छुट्टी कैंसल कर दी जाती है जिससे वो कोटद्वार में रहकर ही समय दें। लेकिन डेढ़ लाख जनसंख्या को संभाल रहे मात्र 100 पुलिसकर्मियों को यदि और अधिक बढ़ाया जाए तो कोटद्वार विधानसभा छेत्र में और अधिक सुधार हो सकता है। एसएसपी लोकेश्वर सिंह हो या एएसपी जया बलूनी या सीओ विभव सैनी..सभी कानून व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी लगन से काम करते है लेकिन नगर निगम और तहसील की टीम द्वारा अतिक्रमण हटवाने में पुलिस को कई बार सहयोग नहीं किया जाता।
 ऐसे में कोटद्वार में यातायात और कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसके लिए स्थानीय विधायक को भी इन सभी जिम्मेदार विभागों से सवाल जवाब करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है तो इसके लिए आम जनता द्वारा चुने गए वो जनप्रतिनिधि ही जिम्मेदार होंगे जिन्हें प्रदेश में उस स्तर पर पहुंचा दिया गया जहा पहुंचकर वो अपने छेत्र पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे।
 ऐसे में कोटद्वार में यातायात और कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसके लिए स्थानीय विधायक को भी इन सभी जिम्मेदार विभागों से सवाल जवाब करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है तो इसके लिए आम जनता द्वारा चुने गए वो जनप्रतिनिधि ही जिम्मेदार होंगे जिन्हें प्रदेश में उस स्तर पर पहुंचा दिया गया जहा पहुंचकर वो अपने छेत्र पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे।