कोटद्वार में राजस्व अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण जमीनों की खरीद फरोख्त के कई मामले पूर्व में सामने आ चुके है। अब फर्जीवाड़े का नया मामला सामने आया है जहा मालगोदाम रोड कोटद्वार निवासी व्यक्ति विकास माहेश्वरी के खिलाफ राजस्व उपनिरीक्षक आशीष चंद्र केमनी द्वारा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। जिसमे राजस्व उपनिरीक्षक ने बताया कि विकास माहेश्वरी द्वारा हैसियत प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया था जिसकी जांच आख्या मेरे द्वारा की गई थी और इसके बाद उपजिलाधिकारी द्वारा पाया गया कि हैसियत प्रमाण पत्र के लिए गलत व भ्रामक अभिलेख प्रस्तुत किए गए जिस कारण विकास माहेश्वरी का हैसियत प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया। जिसके बाद राजस्व उपनिरीक्षक द्वारा कोटद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई लेकिन मुकदमा नही हुआ और एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा इस मामले को साइबर सेल को ट्रांसफर कर दिया जिसकी जांच की जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल ये भी है कि इस मामले में राजस्व अधिकारी द्वारा अभिलेखों की जांच ठीक से किए बिना कैसे प्रमाण पत्र बनने दिया। ऐसे में जांच और कार्यवाही उन राजस्व अधिकारियों के खिलाफ भी होनी चाहिए जो अपने कार्य में लापरवाही करते हुए अपने काम को ठीक से नहीं कर रहे।