राजौरी– पुंछ इलाके में गुरुवार दोपहर आतंकियों ने सर्च ऑपरेशन पर निकले सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला कर दिया। जिसमें कोटद्वार के शिवपुर निवासी 28 वर्षीय सैनिक गौतम कुमार ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। गौतम बीते शनिवार को ही कोटद्वार से छुट्टी काटकर अपनी ड्यूटी में वापस गये थे और अगले साल 11 मार्च को उनकी शादी होनी थी। शहीद के बड़े भाई राहुल कुमार ने रोते हुए बताया कि गुरूवार रात को 12 बजे भाई की यूनिट से फोन आया कि वे शहीद हो गये। तब से शहीद के घर में कोहराम मचा हुआ है।इस मुठभेड़ में दहशतगर्दों ने ग्रेनेड दागे, फिर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। दो जवानों के शव क्षत-विक्षत भी कर दिए गए हैं। कुछ जवानों के हथियार ले जाने की भी आशंका है। पाकिस्तान समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के तत्काल बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ देर रात तक जारी रही।जानकारी के अनुसार बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन डेरा गली आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी और दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी में घात लगाए आतंकियों ने पहले ग्रेनेड दागा। दोनों वाहनों के रुकते ही चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। जम्मू में सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्थवाल ने बताया कि सैन्य वाहन से जवानों को बुधवार रात से जारी घेराबंदी एवं तलाशी अभियान वाले इलाके में लाया जा रहा था। घटनास्थल पर बिखरा खून रू घटनास्थल से वीभत्स दृश्य सामने आए हैं। हर ओर खून फैला होने के साथ ही जवानों के टूटे हेलमेट व दोनों सैन्य वाहनों के टूटे शीशे बिखरे पड़े हैं। पूरे इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।
ये हुए शहीद
आतंकी हमले में नायक बीरेंद्र सिंह (15 गढ़वाल राइफल), नायक करन कुमार (ASP), राइफल मैन चंदन कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट), राइफल मैन गौतम कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट) और एक अन्य जवान बलिदान हो गए। पांचवें शहीद जवान का नाम फिलहाल सेना की ओर से जारी नहीं किया गया है।