राजकीय शिक्षक संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर दिया धरना

गोपेश्वर (चमोली)। राजकीय शिक्षक संघ चमोली ने अपने प्रांतीय कार्यकारणी के आह्वान पर सोमवार को अपनी 35 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी गोपेश्वर के कार्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया। राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी ने कहा कि एक लंबे समय से उनका संघ अपनी 35 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहा है लेकिन उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है।

जिस कारण प्रांतीय कार्यकारणी के आह्वान पर सोमवार को उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर धरना दिया है। उनका कहना था कि उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन बहाली किये जाने, सहायक अध्यापकों को प्रवक्ता पद पर पदोन्नत किये जाने, शिक्षक संवर्ग की नियमावली बनाकर गठन किये जाने, पूर्व में देय यात्रा भत्ता और अवकाश को बहाल किये जाने, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ शिक्षकों के वेतन विसंगतियो को दूर करने, अधिक छात्र संख्या वाले इंटर कालेजों में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित करने, अटल उत्कृष्ठ विद्यालयों को सीबीएसई बोर्ड से हटा कर उत्तराखंड बोर्ड में शामिल किये जाने के साथ ही अन्य मांगे शामिल है।

उन्होंने कहा कि उनकी प्रांतीय कार्यकारणी की ओर से पूर्व में ही विभाग को अपने आंदोलन की सूचना पत्राचार कर दी गई थी लेकिन विभाग और शासन की ओर से उनकी मांग पर कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। जिससे शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही उनकी मांग पर गौर नहीं किया जाता है तो आंदोलन की नई रणनीति तय की जायेगी। इस धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी, वृजमोहन रावत, सीमा पुंडीर, शर्मिला डिमरी, वीरेंद्र सिंह नेगी, मीनाक्षी सती, गजेंद्र सिंह नेगी, नरेंद्र रावत, लक्ष्मी नेगी आदि शामिल थे।