बदरी-केदार के दर्शन को पहुंचे एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी

गोपेश्वर (चमोली)। भारतीय वायु सेना  एयर चीफ मार्शल वीआर चैधरी ने शनिवार को पहले भगवान  बदरीविशाल के दर्शन किये तथा उसके बाद वह केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन को पहुंचे।  उनके साथ पारिवारिक जन तथा सेना  के वरिष्ठ अधिकारी भी दर्शन को पहुंचे।

एयर चीफ मार्शल बदरीनाथ आर्मी हैलीपेड से बदरीनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे जहां पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) उपाध्यक्ष किशोर सिंह पंवार ने एयर चीफ मार्शल की अगवानी की। एयर चीफ मार्शल ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये तथा वेदपाठ पूजा में शामिल हुए। रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी तथा धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल सहित वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने पूजा संपन्न करायी। इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल ने देश की खुशहाली की कामना की। मंदिर समिति उपाध्यक्ष ने भगवान बदरीविशाल का प्रसाद अंगवस्त्र भेंट किया। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि एयर चीफ मार्शल ने शुक्रवार शाम श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में दर्शन किये शनिवार को बदरीनाथ धाम दर्शन को आये। बदरीनाथ मंदिर परिसर में एयर चीफ मार्शल 45 मिनट तक रहे इसके बाद केदारनाथ दर्शन को रवाना हुए। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने सभी का धन्यवाद किया तथा  बदरीनाथ धाम सिंह द्वार पर फोटो भी खिंचवाई। इस अवसर प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित, सहायक अभियंता गिरीश देवली, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चैहान,  विवेक थपलियाल, राजेंद्र सेमवाल, जगमोहन बत्र्वाल, केदार सिंह रावत, अनसुया नौटियाल अजीत भंडारी, कुलानंद पंत, विकास सनवाल, दीपक सयाना, योगेंद्र नेगी, हरीश जोशी, राहुल मैखुरी आदि मौजूद रहे।

बदरीनाथ के दर्शन के बाद एयर चीफ मार्शल केदारनाथ धाम को रवाना हुए। केदारनाथ पहुंचने पर श्री केदारनाथ उत्थान  चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त सचिव/बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने एयर चीफ मार्शल की अगवानी की। तथा भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे। भगवान केदारनाथ का रूद्राभिषेक पूजा की। पूजा दर्शन के लिए केदारनाथ  धाम में सवा घंटा तक मौजूद रहे। इस अवसर पर कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने एयर चीफ मार्शल को भगवान केदारनाथ का प्रसाद अंगवस्त्र, भस्म, रूद्राक्ष माला भेंट की इस अवसर पर पुजारी शिवलिंग, धर्माचार्य औंकार शुक्ला, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, प्रबंधक प्रदीप सेमवाल एवं अरविंद शुक्ला आदि मौजूद थे।