भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भारत की स्वतंत्रता में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान शीर्षक पर व्याख्यानमाला का हुआ आयोजन 

लैंसडाउन : भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में आज 20 सितंबर को विज्ञान भारती (विभा) के सहयोग से महाविद्यालय के छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु भौतिक विज्ञान विभाग के तत्वावधान में भारत की स्वतंत्रता में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान शीर्षक पर एक व्याख्यानमाला का आयोजन महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. एसपी मधवाल की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में विज्ञान भारती के राष्ट्रीय सचिव श्री प्रवीण रामदास, विशिष्ट अतिथि राजकीय महाविद्यालय सतपुली के प्राचार्य प्रो. संजय कुमार, मुख्य वक्ता गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के भौतिक विज्ञान विभाग से प्रो. हेमवती नंदन, गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के ही डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र से डॉ. आशीष बहुगुणा तथा गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) हरिद्वार से डॉ. लोकेश जोशी थे। कार्यक्रम का प्रारंभ समस्त विशिष्टजनों द्वारा दीप प्रज्वलन से  किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत से अतिथियों का सत्कार किया गया। 
उक्त व्याख्यानमाला में मुख्य अतिथि प्रवीण रामदास ने भारत के स्वतंत्रता में आचार्य जगदीश चंद्र बसु, डॉ. महेंद्र लाल सरकार, प्रो. शंकर आघारकर जैसे महान वैज्ञानिकों तथा शिक्षाविदों के योगदान पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि प्रो. संजय कुमार द्वारा भारतीय वैज्ञानिकों के स्वतंत्रता में ऐतिहासिक भूमिका को वर्णित किया गया। मुख्य वक्ता प्रो. हेमवती नंदन द्वारा प्रमुखतः आचार्य जगदीश चंद्र बसु के जीवन परिचय, उनके द्वारा भौतिक एवं वनस्पति विज्ञान में प्राप्त उपलब्धियों को विस्तार से बताया गया। डॉ. आशीष बहुगुणा ने रसायन विज्ञान के प्रख्यात प्रोफेसर आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय के वैज्ञानिक अनुसंधानों तथा देशभक्ति का वर्णन किया। डॉ. लोकेश जोशी द्वारा छात्रों के मध्य एक विज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एसपी मधवाल ने छात्रों से अध्ययन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाने के लिए कहा।
उक्त कार्यक्रम का संचालन डॉ. उमेश ध्यानी  द्वारा किया गया। आयोजनकर्ता भौतिक विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. कमल कुमार तथा डॉ. शुभम काला द्वारा  व्याख्यानमाला के सफल संपादन हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य, महाविद्यालय सांस्कृतिक समिति के डॉ. कृतिका क्षेत्री, डॉ. अर्चना नौटियाल एवं डॉ. शिप्रा शर्मा तथा महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों, कार्मिको एवं छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. आरके द्विवेदी, डॉ. दीप चंद्र मिश्रा, डॉ. दिवाकर बेबनी, डॉ. अभिषेक कुकरेती, डॉ. विरेंद्र कुमार सैनी, डॉ. विनीता देवी, डॉ. मो. शहज़ाद, डॉ. वरुण कुमार, डॉ. आरके सिंह, डॉ. भगवती प्रसाद, डॉ. नीना शर्मा, डॉ. नेहा शर्मा, डॉ. रेखा यादव, सतीश पोखरियाल उपस्थित थे।