पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जलागम परियोजना के अन्तर्गत जनपद में संचालित कृषि सिंचाई परियोजना जलागम घटक 2.0 के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने उप परियोजना निदेशक जलागम को जलागम के अंतर्गत किये गये कार्यों के आउटकम (लाभार्थियों को व्यक्तिगत व सामूहिक लाभ, स्त्रोत डेवलपमेंट और हरियाली विकास इत्यादि) का विवरण और आउटकम प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने परियोजना के अन्तर्गत कराये गये विभिन्न कार्यों की गूगल मैपिंग करने तथा भविष्य में सिंचाई विकास को परियोजना के बजट केवल सिंचाई विकास में ही खर्च करने को कहा। उन्होंने कहा कि सिंचाई विकास को समर्पित योजना के अंतर्गत पेयजल की स्कीम के कार्य ना करवायें क्योंकि पेयजल के लिए पृथक से योजनाएं संचालित हैं।
जिलाधिकारी ने कृषि सिंचाई परियोजना(जलागम) के अन्तर्गत किये गये नौला धारा जीर्णोद्धार, ग्रामीण तालाब, जियो मेंबरेन टैंक के कार्यों का मुख्य विकास अधिकारी को सत्यापन करवाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने इस दौरान उप परियोजना निदेशक को निर्देश दिये कि जलागम घटक के अंतर्गत कृषि सिंचाई योजना के कार्यों को आगामी समय में विभिन्न क्षेत्रों का स्थानीय वास्तविक डेटा लेकर बेहतर प्लान बनायें जिसमें व्यक्तिगत लाभ से अधिक सार्वजनिक हितों की पूर्ति हो तत्पश्चात बेहतर गुणवत्ता के साथ कार्यों को पूर्ण करें। जनपद में जलागम 2.0 के अंतर्गत पीएम कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 42 नौले धारों का जीर्णोद्वार, 59 ग्रामीण तालाब, 20 जियो मेंबरेन हैं, 9788 रिचार्ज पिट, 14793 चैकडैम और 21888 खंतियां बनायी गयी हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डेय, उप परियोजना निदेशक डॉ. सिद्वार्थ शंकर श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डीएस बिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी, जलागम से शैलेंद्र सहित अन्य संबंधित अधिकारी-कार्मिक उपस्थित थे।