(कामिल अंसारी) बिजनौर के मंडावर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों पर बीएससी के छात्र को बेवजह थाने में बंद कर पीटने के आरोप लगे है, इस मामले में पीड़ित के परिजनों से 40 हज़ार रुपए लेने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने एसपी से शिकायत कर आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल मामला बिजनौर के मण्डावर इलाके का है। यहां शाहबाजपुर के रहने वाले बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र आकाश सिंह पाल ने एसपी से मुलाकात कर एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह रुड़की में एक कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर का छात्र है। उसके पिताजी बुग्गी चलाकर मजदूरी करते हैं और उन्हें पढ़ाते हैं। पीड़ित का कहना है कि उसके गांव में उसकी बिरादरी और गांव शेखपुरा के रहने वाले एक बिरादरी के युवकों में विवाद हो गया था। जिसको उसने दोनों पक्षों को समझाकर मामले को निपटा दिया था। इसी को लेकर ग्राम शेखूपुर के रहने वाले मोहित गुर्जर और आदित्य उससे तभी से रंजिश रखने लगे। उन्होंने उसे फोन पर धमकाया भी था, तभी से वह उससे रंजिश रखने लगे। पीड़ित का कहना है इन लोगों की दोस्ती मण्डवार थाने में तैनात कांस्टेबल रिंकू रावल से है। सिपाही ने दोस्तों की बात मानते हुए उसे उस वक्त उठा लिया जब वह अपनी पथरी की दवाई लेने के लिए चन्दक जा रहा था। पीड़ित का आरोप है कि रिंकू रावल गुर्जर उसका साथी अभिषेक ढाका उसे जबरन बिना किसी कसूर के उठाकर थाना प्रभारी की गाड़ी में डालकर थाने ले आए और उसे पूरी रात थाने में बंद रखा और पीटा। पीड़ित का कहना है कि दोनों सिपाहियों ने उसे अपने थाने के कमरे में ले जाकर बेल्ट और लाठी डंडों से पीटा। पिटाई से उसके शरीर पर कई जगह नीले निशान पड़ गए।पीड़ित का कहना है कि परिजन जब उसे छुड़ाने थाने पहुंचे तो दोनों पुलिसकर्मियों ने परिजनों को डराया कि उसे तमंचे बनाने के आरोप में जेल भेज देंगे। इसकी एवज में परिजनों से 40 हजार रुपए भी ले लिए। इसके बाद भी पीड़ित का 151 में चालान कर दिया। पीड़ित ने एसपी से पुलिस कर्मियोंके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उसके पैसे दिलाए जाने की मांग की। एसपी ने प्रकरण की जांच सीओ सिटी को सौंप दी।