केन्द्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजे जाएंगे दरोगा भगवान सिंह महर

 

देहरादून/हरिद्वार। जिले के लक्सर क्षेत्र में हुए ऑनर किलिंग के एक मामले में त्वरित कार्यवाही कर आरोपितों को मृत्यदंड दिलाने वाले कर्मठ पुलिस अधिकारी को गृह मंत्रालय की ओर से मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन अवॉर्ड के लिए चुना गया। बता दें कि वर्ष 8 मई 2018 को हरिद्वार के खानपुर में परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी करने के पर दो सगे भाईयों (कुलदीप व अरूण) ने अपने ममेरे भाई (राहुल) के साथ मिलकर अपनी बहन प्रीति की फावड़े से काटकर नृशंस हत्या कर दी थी। जिस सम्बन्ध में मृतका के पति बृजमोहन की ओर से थाना खानपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

जिसकी विवेचना तत्कालीन उपनिरीक्षक भगवान सिंह महर कर रहे थे। जिन्होंने त्वरित गति से विवेचना करते हुए अभियुक्तों के विरूद्ध 13 अगस्त 2018 को कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किए। समय पर साक्ष्य, गवाहों को पेश करने व ठोस पैरवी के आधार पर तीनों अभियुक्तों को धारा 302 के तहत दुर्लभतम अपराध का दोषी मानते हुए माननीय अपर सत्र न्यायाधीश लक्सर ने मृत्युदंड एवं अर्थदंड से दंडित किया था।

गृह मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा उपनिरीक्षक भगवान सिंह महर को उत्कृष्ट विवेचना करते हुए अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए वर्ष 2023 के लिए ‘केन्द्रीय गृहमंत्री पदक’ से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गयी है। जिसके बाद डीजीपी अशोक कुमार ने उपनिरीक्षक भगवान सिंह महर को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।