थराली (चमोली)। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग पर थराली से दो किलोमीटर दूर बैनोली गांव के ऊपर बीआरओ की ओर से सड़क सुरक्षा के लिए बनाए गए भारी भरकम पुस्ते में दरार आने से गांव के लगभग तीन सौ से अधिक परिवारो को खतरा उत्पन्न हो गया है। ग्रमीणो का कहना है कि पूरी बरसात उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों के साथ रतजगा किया है। अभी भी ग्रामीण दहशत में अपनी रात गुजर रहे हैं।
गौरतलब है कि बैनोली बैंड के पास ही बीआरओ की ओर से सड़क की सुरक्षा के लिए नीचे की ओर पुस्ते का निर्माण किया है। ग्राम प्रधान गंभीर सिंह रावत, डा. दिनेश जोशी का कहना है कि यह पुस्ता बीआरओ की ओर से मलवे के ऊपर बना दिया गया, उसकी बुनियाद तक नही खोदी गई। जिस कारण पुस्ता बरसात की पहली बारिश भी नही झेल पाया और उस में दरारे आ गई है। पुस्ते से लगातार गांव की ओर पत्थरों का गिरना जारी है जो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उनका आरोप है कि मरम्मत के नाम पर बीआरओ ने दरारों में सीमेंट का लेप लगाकर इति श्री कर दी है। अब हल्की धूप मिलते ही दरारे चैड़ी होने लग गई है, जिस कारण लोगों में खौफ बना हुआ है। ग्रामीण डॉ दिनेश जोशी ने बताया कि ग्रमीणो को डर है कि कभी भी पुस्ता धराशाई होकर गांव के ऊपर गिर सकता है, इससे बचने के लिए ग्रामीण बच्चों सहित रतजगा कर रहे है। ग्राम प्रधान गंभीर सिंह रावत का कहना है कि वे कई बार सीमा सड़क सड़क संगठन के अधिकारियों को अवगत करा चुके है लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इधर, बीआरओ के ऑफिसर्स कमांडेंट दिव्य प्रकाश ने बताया कि बैनोली गांव के पास पुस्ता क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसका उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया है। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत इस स्थान का प्रॉपर ट्रीटमेंट किया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रोजेक्ट दे दिया गया है।