देहरादून। उत्तराखण्ड में बारिश का कहर अब भी जारी है जिसके चलते शुक्रवार को सुबह से हो रही बारिश के कारण प्रदेश कई जिलों में काफी नुकसान हुआ हैं। जिसमें अनेक आवासीय भवन जहां धराशायी हो गयें हैं वहीं उफनते नालों में कई वाहन बह गये हैं। हरिद्वार में तटबन्ध टूटने से दर्जनों घरों में पानी घुस गया है।
कोटद्वार। विकासखंड जयहरीखाल क्षेत्र के पट्टी मल्ला एवं तल्ला बदलपुर के ग्राम काण्डई, कंडिया और पोखरी में मूसलाधार बारिश होने से तीन आवासीय भवन व एक गौशाला ढह गई। हालांकि घटना में किसी प्रकार के जान माल का नुकसान नहीं हुआ। वही दुधाखाल बाजार में एक आवासीय भवन के पुश्ता ढहने से आवासीय भवन को खतरा बना हुआ है। घटनाओं के संबंध में पट्टी पटवारी एवं आपदा कंट्रोल रूम को जानकारी दे दी गई है। पीड़ितों ने शासन-प्रशासन से शीघ्र ही उचित मुआवजे की मांग की है। ताकि वह अपने आवासीय
भवन की मरम्मत कर सकें।
पट्टी मल्ला बदलपुर के ग्राम कांडई निवासी सतीश चंद्र का आवासीय भवन बीती रात लगभग 2 बजे क्षतिग्रस्त हो गया। आवासीय भवन क्षतिग्रस्त होने से चारपाई में सो रही उनकी 24 वर्षीय पत्नी रोशनी देवी एवं 4 वर्षीय पुत्र गौरी, 9 वर्षीय पुत्री कोमल चारपाई में सो रहे थे। मकान गिरने की आवाज सुनकर रोशनी और कोमल बाहर आ गये लेकिन पुत्र गौरी चारपाई सहित गौशाला में पहुंच गया। गौरी भाई विकास ने जब उसके रोने की आवास सुनी तो वह वहां पर गया तो उसका भाई गौशाला में गिरा पड़ा था। विकास ने किसी तरह गौरी की जान बचाकर दूसरे कमरे में शिफ्ट किया। उन्होंने बताया कि सतीश की गौशाला भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
जिससे उनकी गाय मलबे में दब गई। गाय को ग्रामीणों ने किसी तरह मलबे से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई। वही दूसरी ओर ग्राम सभा कोटा तल्ला के ग्राम कंडिया में देवेंद्र प्रसाद पुत्र चंद्रधर का आवासीय भवन ध्वस्त भर-भराकर ढह गया। ग्राम सभा गुड़ेथा के
ग्राम पोखरी निवासी कुलदीप गौड़ पुत्र जयकिशन गौड़ के आवासीय भवन की एक दीवार ढह गई। हालांकि उक्त घटनाओं में किसी प्रकार के जान माल का नुकसान नहीं हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद चौहान ने बताया कि बीती रात मूसलाधार बारिश से दुधारखाल बाजार में
टीमीराम के आवासीय भवन का पुश्ता गिर गया है। जिससे मकान को खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि आवासी भवन के पुश्ता गिरने से मकान किसी भी समय गिर सकता है।
जिस कारण कोई अनहोनी घटना भी घट सकती है।
बदरीनाथ हाईवे बंद, यात्री पैदल रवाना
गोपेश्वर। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ में दूसरे दिन भी बंद रहा। मौसम खराब होने के कारण मेकाफेरी कंपनी यहां पर मलबा हटाने का काम शुरू नहीं कर पा रही है। यात्री पैदल ही पड़गासी पैदल मार्ग से बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं।
लामबगड़ में बीते दिन हाईवे पर मलबा आने से राजमार्ग बाधित हो गया था। नाले में पानी उफान पर आने के बाद हाईवे का तीन मीटर हिस्सा भी ध्वस्त हो गया था। जिसके बाद प्रशासन ने बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों को पांडुकेश्वर, र्गोंवदघाट, जोशीमठ में रोका गया था। शुक्रवार को सुबह से ही बारिश का सिलसिला जारी रहा। रुक रुककर हो रही बारिश के चलते लामबगड़ में मलबा हटाने व सड़क को ठीक करने का काम चालू नहीं हो पाया।
बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों को प्रशासन ने पड़गासी पैदल मार्ग से लामबगड़ के दूसरी छोर पर पैदल भेजा। यहां से वाहनों से यात्री बदरीनाथ पहुंचे। इधर, बदरीनाथ धाम से वापस आने वाले यात्री भी पैदल ही पड़गासी मार्ग से पहुंचकर घरों के लिए रवाना हुए हैं। शुक्रवार को
बदरीनाथ धाम में 600 यात्री पहुंचे हैं।
उत्तरकाशी : बारिश के कारण शनिवार सुबह यमुनोत्री हाईवे साढ़े तीन घंटे बंद रहा। जबकि गंगोत्री हाईवे नालूपानी के पास करीब आधे घंटे बंद रहा। वहीं चिन्यालीसौड़-देहरादून मार्ग बड़े वाहनों के लिए दोपहर बाद खुल सका। बारिश के कारण जिले में 22 सम्पर्क मोटर मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। जिसमें शनिवार शाम तक केवल दो मोटर मार्ग ही खुल सके।
जबकि चिन्यालीसौड़ देहरादून मार्ग पर रात को मलबा आया। लोनिवि की टीम ने इस मार्ग को सुबह के समय छोटे वाहनों के लिए खोला। दोपहर के बाद लोनिवि की टीम ने मार्ग को बड़े वाहनों के लिए सुचारु किया। बारिश के कारण जिले में 22 सम्पर्क मार्ग बंद हुए।
चार घंटे बंद रहा राष्ट्रीय राजमार्ग
बागेश्वर: बारिश से दौरान सड़क पर मलबा आने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार घंटे यातायात बाधित रहा। सड़क पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही। प्रशासन ने मलबा हटाकर आवागमन सुचारू कराया। इधर, बारिश से जिले में पांच मोटर मार्ग बंद हैं। मंडलसेरा
में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है।
रात भर भारी बारिश के रेखोली के पास पेड़ गिरने व सड़क पर मलबा आ जाने से आवागमन ठप हो गया।