हरिद्वार– आए दिन यात्रियों और पैदल चलने वालों से बत्तमीजी करने वाले हरिद्वार के रिक्शा चालकों का गुंडाराज एक बार फिर देखने को मिला है। इस बार हरिद्वार में घर से अपने भाई के साथ बाइक पर कोर्ट जा रही महिला अधिवक्ता पर रिक्शा वालों ने हमला बोल दिया। आरोप है की गाली-गलौच व मारपीट करते हुए सिर में चाभी घुसाकर घायल कर दिया गया। इतना ही नहीं, विरोध करने पर महिला अधिवक्ता के भाई के साथ भी मारपीट की गई। राहगीरों ने बीच-बचाव कराते हुए दोनों की जान बचाई। महिला अधिवक्ता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।लेकिन बार संघ चुनाव की सरगर्मियों के बीच इस मामले को लेकर अधिवक्ताओं की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, ग्राम आन्नेकी हेतमपुर निवासी एडवोकेट तबस्सुम रोशनाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं।
बुधवार को वह अपने भाई शारिक के साथ बाइक पर कोर्ट जा रही थी। आरोप है कि नवोदयनगर चौक के पास कुछ रिक्शा चालकों ने महिला अधिवक्ता पर अभद्र टिप्पणी की। विरोध करने पर रिक्शा से टक्कर मारकर उन्हें गिरा दिया।
आरोप है कि इसके बाद दोनों भाई-बहन पर हमला कर दिया गया। बीच-बचाव में आए एक अन्य युवक के साथ भी मारपीट की गई। बीच सड़क पर ये हंगामा होते देख राहगीर इकट्ठा हो गए। तब हमलावर फरार हो गए। महिला अधिवक्ता को बेसुध हालत में अस्पताल भिजवाया गया।प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता ने सिडकुल थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर सिडकुल रमेश तनवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं। पुलिस लगातार रिक्शा चालकों की इन हरकतों को देख कार्यवाही तो करती है लेकिन रिक्शा यूनियन को नेताओं के मिले संरक्षण के कारण यूपी, बिहार से आए इन रिक्शा चालकों पर लगाम नहीं लग पाती। वही अधिवक्ता के साथ मामूली सी घटना होने पर अक्सर आवाज बुलंद कराने वाले अधिवक्ताओं ने इस मामले से दूरी बनाई हुई। मामला महिला अधिवक्ता से जुड़ा होने के बावजूद पदाधिकारी, दावेदार और अधिकांश सदस्य पूरे मामले से हाथ खींचे हुए हैं। इसको लेकर कई चर्चाएं बनी हुई हैं। अब समाज के बीच ये संदेश जा रहा है की रिक्शा चालकों की गुंडागर्दी का शिकार जब कानून की जानकर महिला अधिवक्ता हो गई तो आम जनता का क्या हाल होगा।