उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ की बेड़ीनाग तहसील के चचरेत गांव में एक तेंदुआ मां की पीठ पर चढ़ी उसकी 4 साल की मासूम बच्ची को उठा ले गया। परिवार के लोगों ने शोर मचाकर तेंदुआ का पीछा किया परन्तु तेंदुआ भाग निकला और घर से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर बच्ची का क्षत विक्षत शव बरामद हुआ। ये दुःखद घटना शनिवार देर शाम की है। इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को चचरेत गांव में लोग गो-त्यार मना रहे थे। गांव में दादा बहादुर सिंह, दादी कौशल्या देवी, चाचा विजय सिंह और पान सिंह की पत्नी कविता आंगन में खड़े थे। चार साल की बेटी भारती अपनी मां कविता की पीठ पर थी। वहीं, मां बच्ची को लेकर आंगन से घर के अंदर जाने के लिए दरवाजे पर पहुंची तो इसी दौरान घर से बाहर घात लगाकर बैठा तेंदुआ मां की पीठ पर बैठी बेटी को झपटकर उठा ले गया। यह देखकर मां चिल्लाई, जिसकी चीख को सुनकर परिजन और ग्रामीणों को एकत्र हो गए। सभी बच्ची को ढूंढने निकले लेकिन बच्ची को नहीं बचाया जा सका। घर से करीब 150 मीटर की दूरी पर बच्ची का शव बरामद हुआ। बच्ची की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला के साथ वन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। ग्रामीणों ने क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है। मृतका का पिता दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। उसकी दो बेटियां हैं, मृतका भारती छोटी बेटी है। घटना के बाद से ग्रामीणों में दशहत फैल गई है।