माँ बहनो को धमकाते शराब माफिया
प्रशासन की सह से कायम होता अंधा कानून
दस्तक..ठेठ पहाड़ से
मयाली घनसाली मोटर मार्ग (गंगोत्री यमुनोत्री केदारनाथ मुख्य मार्ग) पर खुल रही शराब की दुकान के विरोध में
पाच गावो की महिला मंगल दल (खरियाल , लमवाड़ , मयाली, उदयनगर, मखेत,) द्वारा पिछले 9 दिनो से किया जा रहा आन्दोलन शराब माफियाओ की धमकी के बाद भी बेखौफ जारी है। बावजूद यहा भी शासन येनकेन ढंग से ठेका खुलवाने को आमादा है। प्रशासन की यह सह कुछ बेहद सोचने वाले और गंभीर सवाल भी पैदा करती है यह ठेका जखोली महविद्यालय के रास्ते पर जंगल के बीच में है जिससे हर दिन क्षेत्र की सैकड़ो लड़के लड़कियां पैदल गुजरते हैं । यह स्थान गावँ के घास काटने का जंगल भी है जहा माँ बहनो रोजाना घास काटने जाती है। ऐसे में विद्यालय के रास्ते से इसे दूर क्यो नही रखा गया ? आबकारी के मानक के अनुसार ठेका सड़क से 220 मीटर दूर होना चाहिये लेकिन प्रशासन की मिली भगत से 60 मीटर का रास्ता भी 220 मीटर का हो गया । हद तो तब हो गयी जब इस मार्ग को नेताओं द्वारा SR(state road) से DR(District road) बना दिया गया । इससे साफ जाहिर है कि शासन प्रशासन नेता किसके पक्ष मे है।
शराब माफिया इतने बेखौफ है कि पुलिस के सामने ही आन्दोलन का विरोध कर रही हमारी माँ बहनो को धमकाया जा रहा है…क्या इसी जंगलराज के लिऐ उत्तराखण्ड मागा गया था ?
फोटो व लेख- दीपक बेंजवाल