भारतीय महिला पहलवान एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जापानी खिलाड़ियों से पार पाने में नाकाम रहीं और ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता साक्षी मलिक का भी मानना है कि कम से कम इस जिंदगी में तो उनको हराना नामुमकिन है। साक्षी, विनेश फोगाट और दिव्या ककरान एशियाई चैंपियनशिप में अपने अपने भार वर्गों के फाइनल में जापानी पहलवानों से हार गई थीं और उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था। रियो ओलिंपिक में 63 किग्रा में गोल्ड मेडल जीतने वालीं रिसाको कवाई ने साक्षी को 60 किग्रा के फाइनल में आसानी से हराया। रियो खेलों की एक और चैंपियन सारा दोशो ने दिव्या ककरान को 69 किग्रा भार वर्ग में हराया। साक्षी और दिव्या कोई भी छह मिनट तक नहीं टिक पाईं। विनेश ने साई नांजो का कुछ देर मुकाबला किया लेकिन आखिर में उन्हें भी हार ही मिली।
