दुगड्डा लोक निर्माण विभाग कार्यालय से आज राम प्रकाश शर्मा प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए है। इस दौरान उन्हें विभाग के कर्मचारियों द्वारा सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई दी गई।
राम प्रकाश शर्मा ने बताया कि वर्ष 1981 में जब उन्होंने विभाग में कार्यभार संभाला था उस दौरान तकनीकी सुविधाए ना के बराबर हुआ करती थी। ऐसे में किसी भी कार्य को करने में भले ही कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा हो लेकिन फिर भी अधिकारी और कर्मचारी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य किया करते थे। 41 वर्ष के इस सफर के उतार चढ़ाव के बारे में बताते हुए उन्होंने नए कर्मचारियों से कहा की भविष्य में भी उन्हें किसी कार्य के दौरान कोई भी समस्या आती है तो वो उनसे साझा कर सकते है, वे हमेशा उनकी मदद के लिए खड़े मिलेंगे।
उन्होंने कहा की विभाग मेरे लिए एक मां के समान रहा क्योंकि मेरे परिवार का पालन पोषण इसी से हुआ है और समाज के लिए कार्य करने के अवसर भी मिले। विभाग के साथ किसी प्रकार की बेईमानी या धोखा करने का मतलब ये है की हम अपनी मां से और अपनी रोजी रोटी से धोखा कर रहे है, इसलिए ईमानदारी से कार्य करें। ईमानदारी कभी व्यर्थ नही जाती उसका फल अवश्य मिलता है।
विदाई समारोह में दुगड्डा लोक निर्माण विभाग के साथ ही अन्य स्थानों से भी विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे जहा सभी ने अपने विचार रखे और राम प्रकाश शर्मा को एक मार्गदर्शक बताते हुए कहा की किसी भी कर्मचारी को विभागीय स्तर पर आने वाली परेशानियों पर वो हमेशा साथ खड़े रहे। कार्यक्रम में राज्य मंत्री पंडित राजेन्द्र अंथवाल, मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला, सिद्धबली मंदिर के सदस्य विवेक अग्रवाल, योगेश अग्रवाल सहित कई लोग शामिल रहे।