लुधियाना- पंजाब के लुधियाना (हलवारा) में पंजाब पुलिस की 27 वर्षीय महिला कांस्टेबल अमनप्रीत कौर ने सुसाइड कर लिया। जो अपने ही थाने के मुख्य मुंशी निर्भय सिंह द्वारा मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न से परेशान शुक्रवार रात को थाना जोधा की महिला बैरक में पंखे से फंदा पर लटकी मिली। इस घटना से गुस्साए लोगों ने शनिवार को जोधा थाने का घेराव किया, साथ ही पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कई घंटे तक लुधियाना रायकोट रोड पर जाम लगाए रक्खा। इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी सुरजीत सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर थाना जोधा के प्रभारी मोहन दास को सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दिया साथ ही मुख्य मुंशी निर्भय सिंह के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
फिलहाल निर्भय सिंह फरार है। पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी है। मामला जल्दी ठंडा हो जाये इसलिए मृतक कांस्टेबल अमनप्रीत कौर के भाई गुरिंदर सिंह गौरव के लिए पंजाब पुलिस में नौकरी की सिफारिश भी कर दी गई है। एसएसपी सुरजीत सिंह ने कहा कि मामले की एसआईटी जांच की जाएगी जिसकी निगरानी एसएसपी खुद ही करेंगे।
एसएसपी सुरजीत सिंह ने बताया कि मृतक अमनप्रीत कौर के कॉल रिकार्ड की डिटेल निकली जा रही हैं। साथ ही उसके एसएमएस, वाट्सऐप, फेसबुक के सभी रिकार्ड चेक किए जाएंगे। इसके अलावा तीन डॉक्टरों का बोर्ड बनाकर अमनप्रीत कौर के शव का रविवार को सुधार के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जिसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी।

बताते चले कि मृतक अमनप्रीत के पिता की मौत के बाद मां को पुलिस में नौकरी मिली। मां की हत्या कर दी गई तो नौकरी अमनप्रीत को मिली थी।

जानकारी के अनुसार अमनप्रीत कौर ने एक सप्ताह पहले डीएसपी दाखा जसमीत सिंह को मुख्य मुंशी निर्भय सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत की थी। निर्भय सिंह पर कार्रवाई के बजाय अमनप्रीत कौर की ड्यूटी जोधा से बदल कर दाखा डीएसपी दफ्तर में लगा दी गई। शनिवार को थाना जोधा में तैनात अन्य महिला कांस्टेबल राजविंदर कौर की मां का आपरेशन होने के कारण अमनप्रीत को दोबारा जोधा थाने भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक रात को अमनप्रीत कौर कुछ देर आराम करने की बात कह महिला बैरक में चली गई और वहां पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। मृतक अमनप्रीत के भाई गुरिंदर के बयान पर थाना जोधा में देर रात को ही मुख्य मुंशी निर्भय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर शव को रात तीन बजे शहीद करतार सिंह सराभा मैमोरियल अस्पताल में रखवा दिया था।

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