लखनऊ- स्वदेशी अपनाओ कहने वाले बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के प्रोडक्ट के सेम्पल खुद स्वदेश से लेकर विदेश तक में फेल होते जा रहे है। हाल ही में ताजा खबर लखनऊ से आई है जहाँ लैब की रिपोर्ट में ब्रांडेड कंपनी पतंजलि के शहद में चीनी की मात्रा और बिस्कुट में सिंथेटिक कलर पाया गया है। जिला अभिहित अधिकारी ने बताया कि इसके लिए कंपनी को नोटिस भेजा जाएगा।
छ माह पहले दिसंबर 2016 में खाद्य विभाग की टीम ने उन्नाव बीघापुर में कई दुकानों पर छापा मारा था। फूड इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार ने ओम इंटरप्राइजेज से पतंजलि का मैरीकॉम नाम के बिस्कुट का सैंपल लिया था। इसी दिन शुक्लागंज स्थित एक दुकान से पतंजलि शहद का सैंपल लिया था। सैंपल जांच के लिए लखनऊ लैब भेजे गए थे। छह माह बाद आई जांच रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। जिला अभिहित अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि दोनों सैंपल की जांच रिपोर्ट मानक के विपरीत पाए गए हैं।
बताया कि बिस्कुट के पैकेट पर शत प्रतिशत आटे से निर्मित होना लिखा है, जबकि इसमें मैदा के साथ सिंथेटिक रंग मिला है। जबकि शहद में चीनी की मात्रा पाई गई है। उन्होंने बताया कि दोनों ही उत्पाद की जांच रिपोर्ट अधोमानक आई है। नोटिस मिलने के 30 दिन के भीतर जवाब न मिलने पर रिर्पोट दर्ज कराई जाएगी। पतंजली के सेम्पल लगातार फेल होने से ग्राहको का भरोसा कंपनी द्वारा बताई गई गुणवत्ता से उठता जा रहा है।