स्वाती नेगी(कोटद्वार)
कोटद्वार नगर पालिका एक ऐसी नगर पालिका है जिसका हाल किसी बीहड़ छेत्र की ग्रामसभा से भी बुरा हो चुका है। हा पर इतना जरूर है कि पूरे प्रदेश में और अखबारों में ये सुर्खियों में जरूर रहता है वो भी अपने भृस्टाचार को लेकर। दरअसल किसी भी अच्छे या बुरे काम के लिए पालिका में बैठे हमारे ही शहर के वो लोग जिम्मेदार है जिन्हें इस उम्मीद से वहां बैठाया गया था कि अपने शहर की एक साधारण सी महिला जो आजतक राजनीति दूर रही पर पढ़ी लिखी है ये जरूर नगर का विकास करेंगी। पर विकास का कितना हुआ ये सबके सामने है अगर पालिका की कमियां बताने बैठे तो काफी समय हो जाएगा इस बेहतर है छोटी सी नगर पालिका में हो रहे बड़े भृस्टाचार को आप नगर का भ्रमण कर खुद ही देख ले। अब बात करे पूर्व पालिकाध्यक्ष शशि नैनवाल की तो उन्होंने अपने कार्यकाल में तो ड्रीम प्रोजेक्ट मोटर नगर की शुरुआत उन्होंने ही कराई थी वो भी तब, जब प्रदेश और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी फिर भी उन्होंने कांग्रेस सरकार के 5 मंत्रियों से इसे पास कराया जिसमे खुद तत्कालीन विधायक व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने पूरा सहयोग किया था ये बोलकर की ये शहर हमारा है इसका विकास हमारी ही जिम्मेदारी है और इस तरह दोनों के प्रयास से मोटर नगर में निर्माण कार्य शुरू हुआ जिससे वर्षो से यात्रियों को बस अड्डे की सुविधा अब जाकर मिलनी थी वो भी एक हाईटेक बस अड्डा साथ ही वहां अन्य कई सुविधाएं भी होती।
मीडिया के सवालों पर ये होता है पालिकाध्यक्ष रश्मि राणा का जवाब (देखे video)
लेकिन नगर का दुर्भाग्य है कि पालिकाध्यक्ष का कार्यकाल पूरा हुआ और तबसे ये काम लटका पड़ा है रश्मि राणा ने इस ओर ज्यादा ध्यान नही दिया। हालांकि पूर्व पालिकाध्यक्ष शशि नैनवाल ने रश्मि राणा को शपथ ग्रहण समारोह के दिन ही मंच से कहा था कि आप मेरी छोटी बहन जैसी है आपको नगर के विकास से जुड़ी किसी भी समस्या के बारे में कोई भी सहयोग चाहिए तो मैं हमेशा आपके साथ खड़ी हूं निडर होकर काम करना जनता को आपसे कई उम्मीदे है। पर किसे पता था इन साढ़े चार सालों में उन उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। यही नही शशि नैनवाल के समय ट्रेचिंग ग्राउंड, बुद्धा पार्क, मुक्तिधाम में गौशाला का निर्माण भी कराया गया। ट्रेचिंग ग्राउंड की मशीनों के बारे में शशि नैनवाल ने बताया कि मशीने पूरी तरह तैयार हो चुकी थी उनका ट्रायल भी कर लिया गया था, मेरा कार्यकाल भी समाप्त हो ही रह था जिसके बाद मेने रश्मि से ये भी कहा कि मशीने बिल्कुल ठीक है बस इन्हें अब समय से चलाना शुरू करना जरूरी है जिससे ये रक्खे रक्खे खराब न हो पर हुआ वही जिसका दर था आज मशीने भी दम तोड़ने लगी है क्योंकि उनपर ध्यान देने वाला ही कोई नही है।
इतना ही नही जिस पॉलिथीन की चैकिंग आज रश्मि राणा प्रसाशन को साथ ले जाकर दुकान- दुकान जाकर करती है उसका जीओ भी शशि नैनवाल ने ही बनाया था जिसमे किस पर कितना चार्ज होगा, किस तरह की पॉलीथिन प्रतिबंध होगी ये सब कुछ जीओ शशि नैनवाल ने ही बनाया था। नगर में बस अड्डे के पास, गोखले मार्ग आदि पर शौचालय शशि नैनवाल के टाइम ही बनाये गए व महिलाओं को दिक्कत न हो इसलिए साफ सफाई का निरीक्षण भी समय समय पर खुद शशि नैनवाल द्वारा किया जाता था। इतना ही नही जो वन विभाग अपनी जमीन पर आज के समय मे मंदिर तक नही बनने दे रहा उसी वन विभाग से पूर्व पालिकाध्यक्ष शशि नैनवाल ने दो हेक्टेयर भूमी कूड़ा निस्तारण के लिए ली थी इन सभी कार्यो से साफ है कि पालिकाध्यक्ष कोई भी हो जिसकी मंशा काम करने की होती है उनसे लिए सब कुछ आसान होता है। अब बात करे भाजपा की तो रश्मि राणा को चुनाव के समय भाजपा में शामिल किया गया पर अब भी वो भाजपा के ज्यादातर कार्यक्रमो में नही दिखती और न ही उस समय उन्हें पार्टी में लाने के लिए वरिष्ठ नेताओं से कोई सलाह या सुझाव लिया गया। शुत्रो के अनुसार इसी नगर पालिका में कुछ ऐसे भी लोग है जो फाइल लेकर हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून तो जाते है पर अपने कुछ निजी कार्यो के लिए न कि नगर के विकास के लिए।