कोटद्वार- पत्रकारिता दिवस पर आज स्थानीय पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में ग्रामीण पत्रकार एसोशिएसन द्वारा वर्तमान में हो रही पत्रकारिता को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जहा मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी व विशिष्ट अतिथी चन्द्रमोहन बिंजोला की उपस्तिथि में वक्ताओं ने अपने विचार रक्खे। जिसमे मुख्य अतिथि कमल जोशी ने उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का अब तक का इतिहास बताते हुए बताया कि पत्रकार कितने संघर्ष भरे जीवन के दौर से गुजर रहे है। पत्रकार देवेंद्र रावत ने बताया कि किस तरह वर्तमान में पत्रकारिता का व्यवसायीकरण हो रहा है, देश के कई बड़े मुद्दों को मीडिया हाउस इसलिए नही दिखाते क्योकि अखबारों और चैंनलों में में राजनेताओं के भी शेयर होते है। पत्रकार मुजीब नैथानी ने कहा कि आज भी हम लोग अपने उत्तराखण्ड के इतिहास को पूरी तरह नही जानते जो चिंता का विषय है इसे पत्रकारिता के जरिये ही दूर किया जा सकता है।
ग्रामीण पत्रकार एसोशिएसन के अध्यक्ष सूरज कुकरेती ने बताया कि पत्रकारों को एकजुट रहना चाहिए जिससे किसी भी समस्या का समाधान किया जा सके। कोटद्वार प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष धर्मवीर गुसाईं ने बताया कि किस तरह सोशियल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्व अखबारों और चैंनलों से पहले खबरें प्रसारित कर देते है लेकिन पूर्ण जानकारी के अभाव में उनकी भाषा शैली से साम्प्रदायिकता, हिंसा, झगडे उत्पन्न होने की संभावना बढ़ती है जिससे कभी कभी समाज का माहौल खराब होने लगता है उन पर भी लगाम लगनी चाहिए। कार्यक्रम में पत्रकार अंजना गोयल, उम्मेद सिंह बिष्ट, पुष्कर पंवार, बंटी भाटिया, अवनीश अग्निहोत्री, अजय सरल, कमल बिष्ट, अतुल रावत, विकास वर्मा, गौरव गोदियाल, राजन बिष्ट, रोहित लखेड़ा, विजयपाल रावत, दीवान सिंह चौहान आदि उपस्तिथ थे।