कोटद्वार पुलिस अपराध नियंत्रण में हो रही नाकाम, साइबर सेल में भी केवल रसूखदार लोगों की हो रही सुनवाई

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कोटद्वार नगर में चोरी की वारदातें एक बार फिर बढ़ने लगी है। एसएसपी पौड़ी स्वेता चौबे जनपद के हर थाना छेत्र की मॉनिटरिंग कर अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था बनाए रखने का लगातार प्रयास कर रही है वही सीओ विभव सैनी भी मैदान से लेकर पहाड़ तक साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से साइबर क्राइम के प्रति जनता में जागरूकता लाने के लगे है। लेकिन कोटद्वार में कुछ पुलिसकर्मी ऐसे है जो अधिकारियों की मेहनत पर पानी फेरते हुए बेफिक्र होकर नौकरी करने में लगे है, यही कारण है की कोटद्वार के अपराध का ग्राफ एक बार फिर बढ़ने लगा है। किसी जमाने में चालान पुलिस के नाम से जानी जाने वाली कोटद्वार पुलिस काफी समय तक मित्र पुलिस की छवि को बनाए रखने में कामयाब रही, लेकिन फिर एक बार स्थानीय पुलिस चालान पुलिस बनती दिख रही है। ताजा मामला कोटद्वार के दुर्गापुरी का है। जहां बाइक सवार दो चोर एक युवक का मोबाइल छीनकर फरार हुए थे।

स्थानीय निवासी विकास नेगी ने बताया कि दो दिन पहले वो देर रात्रि करीब नौ बजे वह मोबाइल पर बात करते हुए जिम से वापस घर की ओर लौट रहे थे। इस दौरान दो बाइक सवार युवक उससे मोबाइल झपट कर भाग खड़े हुए। जिस पर उसने अपने पहचान के एक युवक से स्कूटी मांगकर बाइक सवार दोनों आरोपियों का करीब सात किमी. तक पीछा किया और अन्य साथियो की मदद से बेस अस्पताल के समीप दोनों आरोपियों को धर दबोचा, इससे कुछ ही दिन पहले कोटद्वार डिग्री कॉलेज की दो छात्राओं के साथ भी ऐसे ही मोबाइल छीनने की घटना हुई थी जिनमे से एक छात्रा ने पुलिस में लिखित शिकायत भी दी थी लेकिन उसके बाद भी ऐसे अपराधी वहां चैकिंग के दौरान पुलिस के हाथ नही लगते।

पकड़े गए दोनो युवकों ने पूछताछ करने पर खुद को दिल्ली निवासी बताया। इस दौरान आरोपियों ने वहां पर एक महिला को भी टक्कर मारी। वहीं, पुलिस ने आरोपियों की बाइक सीज कर दी गई है। युवकों से लूट के दो मोबाइल बरामद हुए है। वही कोटद्वार में साइबर ठगी के मामले में साइबर सेल सिर्फ गिने चुने रसूखदार लोगों के ही केस में मेहनत करके पैसे वापस दिला रही है , आम आदमी की तो पूरी बात तक साइबर सेल में नही सुनी जाती बल्कि साइबर सेल में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी फरियादियों से अपराधियों जैसा व्यवहार कर ऐसा माहौल बना देती है की आम जनता थाने आना तो दूर पुलिस के नाम से भी डरने लगी है। ऐसे में कुछ पुलिसकर्मी का ये रवैया मित्र पुलिस को लगातार बदनाम कर रहा है जिनपर लगाम लगनी जरूरी है।

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