पौड़ी जनपद में जंगली मशरूम खाने से 13 श्रमिकों की तबीयत खराब हो गई। उन्हें राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कराया गया लेकिन यहां उन्होंने नशे की हालत में जमकर हंगामा किया और इमरजेंसी का दरवाजा तोड़ने की कोशिश भी की। इमरजेंसी में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें किसी प्रकार शांत कराया और अस्पताल में भर्ती किया। एक श्रमिक की तबीयत अधिक खराब होने पर उसे हायर सेंटर रेफर किया गया।
देवीखाल में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे श्रमिक सोमवार दोपहर में जंगल से मशरूम लेकर आए और उन्होंने रात को बनाकर खा लिया। जंगली मशरूम खाते ही उन्हें नशा होने लगा और चक्कर आने शुरू हो गए। ठेकेदार उन्हें बेस अस्पताल लेकर आया। इमरजेंसी में पहुंचते ही नशे में श्रमिकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने इमरजेंसी का दरवाजा तोड़ने की कोशिश भी की। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड के बेड पर गंदगी भी फैला दी। यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें किसी तरह शांत कराया और उपचार के लिए उन्हें भर्ती कर लिया। इमरजेंसी में तैनात डॉ. माेहित रावत ने बताया कि जंगली मशरूम खाने से नेपाली मूल के श्रमिक वीरेंद्र, संतू कुमार, सुखवीर, चंपा, शांता कुमार, संतोष, शीतल, पूजा, लाल बहादुर, दिलकुमारी, सनश्रिय, रामकृष्ण को अधिक नशा हो गया था। जबकि कुलदीप ओली (35) पुत्र कुंभ बहादुर की हालत अधिक खराब होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।