कोटद्वार। कोटद्वार के सनेह में जंगली जानवरों का आंतक लगातार बढ़ रहा है। कल रात भी ग्राम कुंभीचौड़ में हाथी ने धान की कटी फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया। हाथी के आंतक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। मायूस किसानों ने फसलों के नुकसान का स्थलीय निरीक्षण कर मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
काश्तकार मीना देवी पत्नी रमेश चन्द्र व रोशन लाल पंत ने बताया कि फसल ही नहीं हाथी ग्रामीणों के लिए खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हाथी पास के ही जगंल से लगातार गांव में आ रहा है। बीती रात हाथी ने उनकी कटी धान की फसल को रौंद कर तहस-नहस कर दिया। जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जगंली जानवर काश्तकारों की फसल का तबाह कर देते है लेकिन प्रशासन इनकी रोकथाम के लिए कारगर उपाय नहीं कर पा रहा है। जिससे ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। काश्तकारों ने कहा कि वह कृषि कार्य से ही अपने परिवार का भरण पोषण करते है लेकिन हाथी द्वारा उनकी कटी फसल को चट करने से उनके सामने परिवार के भरण पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है। जंगली जानवर कटी हुई फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे है तो ऐसे में खेती करना मुश्किल हो जायेगा और काश्तकार खेती से दूर होते जायेगें।
उन्होंने वन विभाग से हाथी के आंतक से निजात दिलाने एवं फसल का उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की है। लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार रेंज के डिप्टी रेंजर एसपी सिंह ने बताया कि हाथी द्वारा कटी धान की फसल को खराब करने का मामला संज्ञान में नहीं है। उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद ही वन विभाग की टीम क्षेत्र में गश्त करेगी। ताकि जगंली जानवर बस्ती की ओर न आ सके।